Bank of Maharashtra Loan Rate Cut कर्ज हुआ 0.50% सस्ता 0.50% ब्याज कटौती क्यों?
13 जून 2025 को Bank of Maharashtra ने Repo‑Linked Lending Rate (RLLR) आधारित रिटेल लोन (होम, कार, एजुकेशन आदि) की ब्याज दर 50 बेसिस पॉइंट्स (0.50%) तक घटा दी, जो RBI की हालिया मौद्रिक नीति ढील के अनुरूप है। यह कटौती 10 जून 2025 से प्रभावी मानी जाएगी, जिससे उपभोक्ता को तत्काल लाभ मिलेगा।
नई ब्याज दरें क्या हैं?
- होम लोन की ब्याज दर अब 7.35% वार्षिक पर शुरू
- कार लोन की ब्याज दर घटकर 7.70% वार्षिक पर पहुँच गई है
- शिक्षा व अन्य रिटेल लोन पर भी समान 0.50% की कटौती लागू हुई है
ये स्तर अब बैंकिंग उद्योग में सबसे प्रतिस्पर्धी मानदंडों में शामिल हैं।
उधारदाताओं और उधारकर्ताओं पर असर
- उधारदाता (Consumer):
- रिटेल लोन की EMI में उल्लेखनीय कमी होगी
- कर्ज़ की कुल लागत घटेगी, जिससे वित्तीय बोझ कम होगा
- बैंक की रणनीति:
- ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए प्रतिस्पर्धी दरों का प्रयोग
- ऋण वितरण को बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि आर्थिक गतिविधियों को सपोर्ट मिल सके
RBI ने क्यों दिया हरी झंडी?
- RBI ने पिछले सप्ताह repo rate में 0.50% की कटौती की थी, जिससे यह 5.5% पर पहुँच गया
- इस कदम से बैंकों की लागत कम हुई; उन्हें यह कटौती तुरंत ग्राहकों तक पहुँचानी है
- Bank of Maharashtra समेत कई PSU बैंक (Bank of Baroda, Canara Bank, Union Bank इत्यादि) ने इस दिशा में कदम उठाया है
ऑनलाइन और विश्लेषक क्या कह रहे हैं?
- ET और Business Standard जैसी प्रमुख मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह कटौती बाजार में उत्साह बढ़ाने वाली साबित होगी
- ऐसे में उधारकर्ताओं को तुरंत लाभ मिलेगा और ग्राहकों का भरोसा बनेगा
- RLLR आधारित ऋणों में EMI में तेजी से प्रभाव देखा जाएगा, जबकि MCLR आधारित लोन में थोड़ी देरी से असर दिखेगा
आपको क्या करना चाहिए?
- अपने लोन टर्म्स जांचें – क्या आपका लोन RLLR आधारित है?
- EMI या टेन्योर पर निर्णय:
- EMI घटाएं या अवधि कम करें – आपकी आय और योजना पर निर्भर
- Balance Transfer पर विचार:
- यदि कोई प्राइवेट बैंक और भी बेहतर दर दे रहा हो, तो ट्रांसफर से लाभ लिया जा सकता है
- जब तक ब्याज घटे, रिव्यू करते रहें, जिससे अतिरिक्त बचत सुनिश्चित हो सके
Bank of Maharashtra Loan Rate Cut ने 0.50% की कटौती से होम और कार लोन को सस्ता बना दिया है। RLLR आधारित लोन वालों के लिए यह तत्काल राहत है, EMI और कुल लागत घटने की संभावना है। यदि आपकी वित्तीय योजना मंजिलों को पथ निकाल रही है, तो यह समय है रिव्यू करने और संतुलित निर्णय लेने का।