बेंगलुरु: बीजेपी कार्यकर्ता विनय के.एस की आत्महत्या, सुसाइड नोट में खुलासा

विनय के.एस

कर्नाटक के बेंगलुरु में एक भौंचक्का वाली वाकया सामने आई है, जहां बीजेपी कार्यकर्ता विनय के.एस ने अपने निजी दफ्तर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले उन्होंने एक सुसाइड नोट लिखा, जिसमें मुख्यमंत्री के कानूनी परामर्शक ए.एस. पोन्नाना और कांग्रेस नायक थेनिरा महेना पर गंभीर इलज़ाम लगाए।

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सुसाइड नोट में विनय ने दावा किया कि उनके विरुद्ध राजनीति से प्रेरित एफआईआर दर्ज कर उन्हें कलंक किया गया। वह एक व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन थे और किसी अन्य मेंबर द्वारा की गई पोस्ट के लिए उन्हें उत्तरदायी ठहराया गया। उन्होंने इलज़ाम लगाया कि पुलिस ने उन्हें जमानत मिलने के बाद भी चिंतित किया और उनके दोस्तों और कुटुंब को भी निशाना बनाया।

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विनय के.एस

विनय के.एस अपने आखिरी खबर में विनय ने बीजेपी पार्टी से आग्रह किया कि उनके कुटुंब की देखभाल की जाए, खासकर उनकी मां, पत्नी और बेटी की आर्थिक सहारा की जाए। उन्होंने अपने सुसाइड नोट के आखिर में उन सभी लोगों का धन्यवाद किया जो मुश्किल समय में उनके साथ खड़े रहे और कुटुंब से सीधे अलविदा न कह पाने का वेदना व्यक्त किया। इस मामले की बेंगलुरु पुलिस छानबीन कर रही है।

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बीजेपी कार्यकर्ता विनय की गिरफ्तारी और आत्महत्या पर मचा हड़कंप

बेंगलुरु में बीजेपी कार्यकर्ता विनय के.एस की आत्महत्या के बाद बड़ा संघर्ष खड़ा हो गया है। मिली जानकारी के अनुसार, कुछ दिनों पहले मडिकेरी पुलिस ने विनय को गिरफ्तार किया था। उन पर इलज़ाम था कि उन्होंने व्हाट्सएप पोस्ट में कांग्रेस विधायक और मुख्यमंत्री के कानूनी कंसल्टेंट ए.एस. पोन्नाना का ठठोली उड़ाया था। इस पोस्ट को लेकर एक स्थानीय कांग्रेस नेता ने उनके विरुद्ध शिकायत दर्ज करवाई थी, अनंतर पुलिस ने कार्रवाई की।

इस मामले पर गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने कहा कि छानबीन जारी है और डीसीपी इस पूरे मामले की छानबीन करेंगे। उन्होंने कहा कि व्हाट्सएप पर डाली गई हर पोस्ट सही हो, यह जरूरी नहीं, इसलिए उसकी सत्यता की पड़ताल भी आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर पड़ताल में कोई दोषी पाया जाता है तो कानून के तहत उचित कार्रवाई की जाएगी।

गौरतलब है कि ए.एस. पोन्नाना विराजपेट विधानसभा से कांग्रेस विधायक होने के साथ ही कर्नाटक हाईकोर्ट के बड़े वकील भी हैं। इसके अलावा, वे मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के कानूनी वकील भी हैं। चुनावी हलफनामे के अनुसार, उनकी कुल संपत्ति 30.3 करोड़ संपत्ति बताई गई है।

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