सट्टेबाजी ऐप्स को लेकर मियापुर में दर्ज मामले के तहत पुलिस ने ऐप्स के मालिकों को भी आरोपियों की सूची में शामिल कर लिया है। इस सूची में कुल 19 ऐप मालिक हैं। सट्टेबाजी ऐप्स मामले में जिगिल रम्मी.कॉम, ए23, योलो 247, फेयरप्ले, जीतविन, वीबुक, ताज 77, विवि बुक, धानीबुक 365, मामा247, तेलुगु 365, एस365, जे365, जेटएक्स, पैरीमैच, ताज777बुक, आंध्र365 ऐप्स के मालिकों को आरोपियों की सूची में शामिल किया गया है। पुलिस उन्हें नोटिस जारी कर जांच करेगी।
अब तक 25 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
मालूम हो कि इस मामले की जांच के तहत पहले ही कई फिल्मी सितारों और प्रभावशाली लोगों समेत 25 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया जा चुका है।
परिष्कृत तकनीक का कर रहे थे इस्तेमाल
अधिकारियों के अनुसार, जांच से पता चला है कि सट्टेबाजी ऐप संचालक पहचान को दरकिनार करने के लिए परिष्कृत तकनीक का इस्तेमाल कर रहे थे। पुलिस ने सट्टेबाजी नेटवर्क से जुड़े कई वित्तीय लेनदेन का पता लगाया है, जिनकी राशि करोड़ों रुपये है। सूत्रों से पता चलता है कि संचालक फर्जी पहचान और विदेशी खातों का इस्तेमाल कर पैसे की हेराफेरी कर रहे थे और जांच से बच रहे थे। जांचकर्ताओं ने चैट लॉग, भुगतान रिकॉर्ड और संदिग्ध संचार पैटर्न सहित डिजिटल साक्ष्य भी जब्त किए हैं, जिनका अब विश्लेषण किया जा रहा है।
मास्टरमाइंड का पता लगाने के लिए अपने प्रयास तेज
अधिकारियों ने ऑपरेशन के पीछे के मास्टरमाइंड का पता लगाने के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। सट्टेबाजी ऐप से जुड़े कई बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं और अवैध वित्तीय हस्तांतरण के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने लोगों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध ऑनलाइन सट्टेबाजी गतिविधियों की रिपोर्ट करने का आग्रह किया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अवैध सट्टेबाजी को बढ़ावा देने या इसमें भाग लेने वाले व्यक्तियों और संगठनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सट्टेबाजी ऐप मामले ने राज्य में साइबर अपराध और वित्तीय धोखाधड़ी पर गंभीर चिंता जताई है। अधिकारी अब जांच को मजबूत करने और भविष्य में ऐसी अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए साइबर अपराध इकाइयों और वित्तीय विशेषज्ञों के साथ सहयोग कर रहे हैं।