भीलवाड़ा ट्रिपल मर्डर: राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में दिल दहला देने वाली हादसा सामने आई है, जहां एक इंजीनियर दीपक नायर ने अंधविश्वास के चलते तीन लोगों की निर्मम कत्ल कर दी।
अय्यप्पा देवालय में पहला हत्या
23 अप्रैल 2025 की रात को दीपक नायर ने भीलवाड़ा के अय्यप्पा देवालय में सुरक्षाकर्मी लालसिंह रावणा की बेरहमी से कत्ल कर दी। उसने धारदार अस्त्रों से वार कर पहरेदार का सिर और प्राइवेट पार्ट काट दिया और लाश के पास रख दिया।
गिरफ्तारी के बाद चौंकाने वाला खुलासा
दीपक की गिरफ्तारी के बाद जब पुलिस उसे उसके न्यू बापूनगर स्थित गृह लेकर गई, तो वहां दो और लाश मिले। ये लाश उसके दोस्तों संदीप और मोनू के थे, जिनकी कत्ल भी उसी तरह की गई थी।
भीलवाड़ा ट्रिपल मर्डर: अंधविश्वास बना कत्ल का कारण
पुलिस जांच में सामने आया कि दीपक नायर का मानना था कि उसके दोस्त और अय्यप्पा देवालय के पुजारी ने उस पर काला जादू कर दिया था। इसी लाश में उसने अपने करीबी दोस्तों और देवालय के पहरेदार को मृत्यु के घाट उतार दिया।
भीलवाड़ा ट्रिपल मर्डर के बाद सिटी में घूमता रहा
चौंकाने वाली बात यह है कि तीन कत्ल लों को अंजाम देने के बाद दीपक कई घंटे तक भीलवाड़ा सिटी में घूमता रहा और एक अन्य दोस्त को भी मारने की फिराक में था। हालांकि वह दोस्त दीपक के इरादे भांप गया और मिलने नहीं आया।
दीपक नायर का आपराधिक इतिहास
डीएसपी मनीष बडगुर्जर के मुताबिक, दीपक नायर पर पहले से भीलवाड़ा और केरल में छह से सात दोषी मुद्दा दर्ज हैं। 2015 में उसने प्रताप नगर थाने में पुलिसकर्मियों से मारपीट की थी, जबकि 2020 में एक कार शोरूम से कार लेकर भाग गया था।
पेशे से इंजीनियर, मानसिक रूप से अस्थिर
दीपक एक नामी मोबाइल कंपनी में इंजीनियर के पद पर कार्यरत था और 70-80 हज़ारो पैसो मासिक वेतन कमा रहा था। माता-पिता की मृत्यु के बाद वह अकेले रह रहा था और मानसिक अस्थिरता के चलते साइको किलर बन गया।