स्कूल बिल्डिंग गिरी,5 बच्चों की मौत:30 से ज्यादा गंभीर घायल, मलबे में दबे मासूमों को गांव वालों ने निकाला
- स्थान: पिपलोद गाँव, झालावाड़ Jhalawar (राजस्थान), समय:
- आज सुबह प्रार्थना सभा के दौरान, घटना:
- स्कूल की छत अचानक गिर गई
झालावाड़: (Jhalawar) जिले के मनोहर थाना क्षेत्र के पिपलोदी गांव (Piplodi Village) में एक दर्दनाक हादसा हो गया है। यहां के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के भवन की छत गिर गई है। इस हादसे में अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक 4 बच्चों की मौत हो गई है, जबकि 17 बच्चे मलबे के नीचे दब गए हैं। फिलहाल मौके पर राहत और बचाव का कार्य किया जा रहा है। बच्चों को मलबे से निकालने के लिए जेसीबी की मदद ली जा रही है। वहीं घायल बच्चों को मनोहर थाना सीएससी में लाया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक भारी बारिश की वजह से स्कूल की छत गिर गई, जिससे यह हादसा हो गया।
झालावाड़: Jhalawar जिले के मनोहर थाना क्षेत्र के पिपलोदी गांव में एक दर्दनाक हादसा हो गया है। यहां के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के भवन की छत गिर गई है। इस हादसे में अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक 4 बच्चों की मौत हो गई है, जबकि 17 बच्चे मलबे के नीचे दब गए हैं। फिलहाल मौके पर राहत और बचाव का कार्य किया जा रहा है। बच्चों को मलबे से निकालने के लिए जेसीबी की मदद ली जा रही है। वहीं घायल बच्चों को मनोहर थाना सीएससी में लाया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक भारी बारिश की वजह से स्कूल की छत गिर गई, जिससे यह हादसा हो गया।
स्कूल में चल रही थी पढ़ाई
Jhalawar दरअसल, शुक्रवार को पिपलोदी गांव के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में पठन-पाठन का कार्य जारी था। सुबह छात्र पढ़ने के लिए स्कूल गए हुए थे। इस दौरान भारी बारिश भी हो रही थी। वहीं बारिश की वजह से स्कूल की छत गिर गई। हालांकि हताहतों की सही संख्या की पुष्टि अभी बाकी है, लेकिन शुरुआती रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि तीन छात्रों की मौत हुई है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। अधिकारी राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी ले रहे हैं।
एसपी ने दी जानकारी
झालावाड़ के पुलिस अधीक्षक (SP) अमित कुमार घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा, “चार बच्चों की मौत हो गई और 17 अन्य घायल हो गए हैं। दस बच्चों को झालावाड़ रेफर किया गया है, जिनमें से तीन से चार की हालत गंभीर है।’’ पुलिस ने बताया कि शिक्षकों और ग्रामीणों की मदद से बच्चों को मलबे से बाहर निकाला गया।
CM ने अधिकारियों को दिए निर्देश
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने झालावाड़ की घटना को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा, “झालावाड़ के पिपलोदी में एक स्कूल की छत गिरने से हुई दुर्घटना अत्यंत दुखद और हृदय विदारक है। घायल बच्चों के समुचित उपचार के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।”
अशोक गहलोत ने जताया दुख
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घटना पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “झालावाड़ के मनोहरथाना में एक सरकारी स्कूल की इमारत गिरने से कई बच्चों एवं शिक्षकों के हताहत होने की सूचना मिल रही है। मैं ईश्वर से कम से कम जनहानि एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ देने की प्रार्थना करता हूं।”
झालावाड़ का पुराना नाम क्या था?
इसे सुनेंझालावाड़ शहर की स्थापना झाला जालिम सिंह (प्रथम) ने की थी, जो कोटा राज्य के तत्कालीन दीवान (1791 ई.) थे। उन्होंने इस बस्ती को, जिसे उस समय छावनी उम्मेदपुरा के नाम से जाना जाता था, एक छावनी के रूप में बसाया था। यह बस्ती घने हरे-भरे जंगलों और जंगली जानवरों से घिरी हुई थी।
झालावाड़ का राजा कौन था?
इसे सुनेंझाला मदन सिंह ने 1838 से 1845 तक झालावाड़ पर शासन किया। उनकी मृत्यु के बाद, झाला पृथ्वी सिंह झालावाड़ के शासक बने, और लगभग 30 वर्षों तक शासन किया।