महिला सशक्तिकरण के लिए भाजपा कटिबद्ध

महिला सशक्तिकरण

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्री बंडी संजय कुमार ने आज कहा कि केन्द्र सरकार महिलाओं के विकास और सशक्तिकरण के लिए कटिबदद्ध है। आज महिला दिवस के अवसर पर बधाई देते हुए बंडी संजय ने एक बयान जारी कर  कहा कि हिन्दू समाज में महिलाओं को पूज्य माना गया है.। इस सृष्टि की जननी भी महिला है। उन्होंने उन महिलाओं को श्रद्धांजली दी जिन्होंने  देश के लिए अपना सब कुछ त्याग दिया। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार उन महिलाओं के केनाम पर उनके बच्चों के खाते में एक करोड रुपये जमा करने के साथ नल का कनेक्शन मुफ्त में दिया है।  

समाज औऱ सृष्टि में महिला की भूमिका अहम

उन्होंने आगे कहा कि भाजपा की नीति महिला सशकितकरण की रही है।  समाज और सृष्टि में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने बहनों, पत्नियों और साथियों के रूप में महिलाओं द्वारा निभाई गई अमूल्य भूमिकाओं पर भी प्रकाश डाला।, उन्होंने कहा कि “एक महिला के बिना, कोई सृष्टि नहीं है।  उन्होंने द्रौपदी मुर्मू के भारत की पहली आदिवासी महिला अध्यक्ष के रूप में चुनाव को लैंगिक समानता के प्रति पार्टी के समर्पण का प्रमाण बताया। मोदी के नेतृत्व में, महिलाओं के नाम पर 4 करोड़ घर बनाए और पंजीकृत किए गए हैं, जबकि 3 करोड़ और घरों का निर्माण कार्य प्रगति पर है।

समाज औऱ सृष्टि में महिला की भूमिका अहम

उन्होंने आगे कहा कि भाजपा की नीति महिला सशकितकरण की रही है।  समाज और सृष्टि में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने बहनों, पत्नियों और साथियों के रूप में महिलाओं द्वारा निभाई गई अमूल्य भूमिकाओं पर भी प्रकाश डाला।, उन्होंने कहा कि “एक महिला के बिना, कोई सृष्टि नहीं है।  उन्होंने द्रौपदी मुर्मू के भारत की पहली आदिवासी महिला अध्यक्ष के रूप में चुनाव को लैंगिक समानता के प्रति पार्टी के समर्पण का प्रमाण बताया।

महिलाओं के नाम पर आवास आवंटित

मोदी के नेतृत्व में, महिलाओं के नाम पर 4 करोड़ घर बनाए और पंजीकृत किए गए हैं, जबकि 3 करोड़ और घरों का निर्माण कार्य प्रगति पर है।महिलाओं के लिए आवास आबंटितसरकार ने महिलाओं के नाम पर 8 करोड़ घरों में पाइप से पानी का कनेक्शन दिया है और महिलाओं के लिए विशेष रूप से 25 करोड़ जन धन बैंक खाते खोले हैं। इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत महिला उद्यमियों को बिना किसी जमानत के 10 लाख करोड़ रुपये के ऋण दिए गए हैं, जिससे वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त हुई है। उज्ज्वला योजना ने 11 करोड़ महिलाओं को पारंपरिक खाना पकाने के ईंधन के बोझ से मुक्त किया है, जबकि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना पूरे देश में महिलाओं का उत्थान कर रही है।

महिलाओं के मामले में विपक्ष बयानबाजी तक सीमित

महिला दिवस पर बड़े-बड़े वादे करने वाले लेकिन उन्हें पूरा न करने वाले राजनीतिक दलों की आलोचना करते हुए उन्होंने महिलाओं के लिए मासिक वित्तीय सहायता, सोना और स्कूटर देने के अधूरे वादों की ओर इशारा किया। उन्होंने मौजूदा तेलंगाना सरकार पर महिलाओं के कल्याण की उपेक्षा करने, शराब से जुड़े सामाजिक मुद्दों पर लगाम लगाने में विफल रहने और बेल्ट शॉप्स को खत्म करने के अपने वादे को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया। उन्होंने रानी रुद्रमादेवी की विरासत को आगे बढ़ाने वाली तेलंगाना की महिलाओं से खोखले बयानबाजी और वास्तविक सशक्तिकरण के बीच अंतर को पहचानने का आग्रह किया।

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