बीजेपी प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि करोड़ों हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ करने वालों पर कठोरतम कार्रवाई होगी. होली व जुमे की नमाज साथ है. किसी ने गड़बड़ी की तो बहुत बुरा अंजाम होगा.
बिहार में औरंगजेब, हिन्दू राष्ट्र, बिहार हिन्दू राज्य, बाबा बागेश्वर, होली जुमे की नमाज पर बीजेपी नेताओं की तरफ से हो रही बयानबाजी से जेडीयू असहज दिख रही है. यही नहीं नीतीश की सेक्युलर छवि धूमिल हो सकती है इसका डर भी जेडीयू को सताने लगा है.
जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा का बयान कुछ इस ओर इशारा कर रहा है. उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव का एजेंडा सुशासन और विकास है NDA को इसी पर फोकस करना है. इन्हीं को लेकर चुनाव में जाना है हिन्दू-मुस्लिम एजेंडा नहीं है.
JDU नेता ने कहा कि यह देश हिंदू राष्ट्र नहीं धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है. जिसमें सभी समुदाय के लोग मिल जुलकर रहते हैं. बिहार में भी यही मॉडल है. अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर संविधान से छेड़छाड़ की इजाजत किसी को नहीं. होली जुमे की नमाज एक ही दिन पड़ रही है. पिछले 10 वर्षों में चार बार ऐसा हुआ है. हर बार बिहार में शांतिपूर्ण तरीके से मनाया गया है. होली जुमे की नमाज पर टिप्पणी नहीं करनी है.
‘माहौल बिगाड़ने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा’
वहीं जेडीयू की चेतावनी पर बीजेपी ने दो टूक जवाब दिया है. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि करोड़ों हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ करने वालों पर कठोरतम कार्रवाई होगी. देश हिंदू राष्ट्र है. इसमें किसी को शक नहीं होना चाहिए. औरंगजेब को जो लोग पूजते हैं उन पर एक्शन होना चाहिए. माहौल बिगाड़ने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा. होली व जुमे की नमाज साथ है. किसी ने गड़बड़ी की तो बहुत बुरा अंजाम होगा. बीजेपी जेडीयू साथ है. पीएम मोदी और नीतीश मजबूती से साथ हैं.
‘BJP के नेता समाज को बांटने की कोशिश कर रहे’
बीजेपी से असहज हुई जेडीयू अब आरजेडी के निशाने पर आ गई है. आरजेडी प्रवक्ता ऋषि मिश्रा ने कहा कि सीएम नीतीश बार-बार साल 2005 में पहुंच जाते हैं. आरजेडी शासनकाल की बात करते हैं. आज मैं आपको साल 2013 में लेकर चलता हूं. आखिर 2013 में ऐसा क्या हुआ था कि नीतीश को बीजेपी से अलग होना पड़ा था? कारण यह हम सब जानते हैं. आप नहीं चाहते थे कि मोदी देश के पीएम बनें, क्योंकि उनका भाषण समाज को बांटने वाला होता था.
उन्होंने कहा कि आज नीतीश के राज में बिहार में आपके सहयोगी दल बीजेपी के कुछ नेता समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं. अब आप (नीतीश कुमार ) क्या करिएगा? अब आप कुछ करने की स्थिति में हैं या नहीं? यह बिहार की जनता जानना चाहती है, क्योंकि बिहार की जनता प्रेम से मिलकर रहना चाहती है.