Bomb Threat के बाद फ्रैंकफर्ट-हैदराबाद फ्लाइट लौटी वापस उड़ान के दौरान बफ धमाके की धमकी से मचा हड़कंप
फ्रैंकफर्ट से हैदराबाद आ रही एक अंतरराष्ट्रीय उड़ान में उस वक्त हड़कंप मच गया जब उड़ान के दो घंटे बाद Bomb Threat की सूचना मिली। सुरक्षा एजेंसियों को जानकारी मिलने के बाद विमान को तुरंत वापस फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट की ओर मोड़ दिया गया। इस दौरान सभी यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई।
Bomb Threat की जानकारी कैसे मिली?
एयरलाइन अधिकारियों के अनुसार, विमान ने जैसे ही यूरोप के हवाई क्षेत्र में प्रवेश किया, तभी एयर ट्रैफिक कंट्रोल को एक संदिग्ध कॉल मिली जिसमें Bomb Threat की बात कही गई। इसके तुरंत बाद पायलट ने सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत विमान को वापस मोड़ने का निर्णय लिया।

यात्रियों में डर का माहौल
फ्लाइट में लगभग 230 यात्री सवार थे। जैसे ही पायलट ने घोषणा की कि सुरक्षा कारणों से विमान को वापस फ्रैंकफर्ट ले जाया जा रहा है, यात्रियों में भय का माहौल पैदा हो गया। हालांकि, क्रू ने स्थिति को शांतिपूर्वक संभालते हुए यात्रियों को भरोसे में रखा।
घटना से जुड़ी मुख्य जानकारियां:
- उड़ान भरने के करीब 2 घंटे बाद मिली Bomb Threat
- फ्लाइट नंबर: AI-158
- विमान एयर इंडिया का था
- फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट पर हुई इमरजेंसी लैंडिंग
- सभी यात्री सुरक्षित, कोई हताहत नहीं
सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई
Bomb Threat की सूचना मिलते ही फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई।
विमान की इमरजेंसी लैंडिंग के बाद सुरक्षाकर्मियों ने पूरी फ्लाइट और यात्रियों की गहन तलाशी ली।
बम निरोधक दस्ते ने पूरे विमान की जांच की, लेकिन कोई विस्फोटक सामग्री नहीं मिली।

क्या थी यह अफवाह या साजिश?
Bomb Threat के पीछे कोई साजिश है या यह केवल एक अफवाह थी, इसका पता लगाने के लिए जांच एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। शुरुआती जांच में ऐसा प्रतीत हो रहा है कि यह एक hoax call थी, लेकिन एयरपोर्ट अथॉरिटीज़ इसे हल्के में नहीं ले रहीं। Bomb Threat जैसी घटनाएं न केवल हवाई सुरक्षा को प्रभावित करती हैं बल्कि यात्रियों की मानसिक स्थिति पर भी गहरा असर डालती हैं। इस घटना में कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन यह साफ है कि हवाई यात्रा के दौरान सुरक्षा के मानकों में किसी भी प्रकार की लापरवाही की कोई जगह नहीं होनी चाहिए।