Politics : बीआरएस ने केटीआर के खिलाफ रमेश की टिप्पणी को किया खारिज

By Ankit Jaiswal | Updated: July 29, 2025 • 1:59 AM

जातिगत विभाजन भड़काने का आरोप

हैदराबाद। बीआरएस नेताओं ने भाजपा (BJP) सांसद सीएम रमेश पर पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव के खिलाफ निराधार आरोपों के ज़रिए जातिगत विभाजन भड़काने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि रामाराव को कम्मा-विरोधी बताने की रमेश की कोशिशें बेतुकी और राजनीति से प्रेरित हैं। सोमवार को तेलंगाना भवन में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, पूर्व विधायक नल्लमोथु भास्कर राव ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के नेतृत्व में, पिछली बीआरएस (BRS) सरकार ने कम्मा समुदाय को अभूतपूर्व समर्थन दिया था

उन्होंने पुव्वाडा अजय और तुम्मला नागेश्वर राव को मंत्री पद, नामा नागेश्वर राव और थाथा मधु को पार्टी में महत्वपूर्ण पद, और कई अन्य लोगों को पार्टी में महत्वपूर्ण पद दिए जाने का हवाला दिया। उन्होंने कहा, ‘बीआरएस में कम्मा समुदाय के सदस्यों को किसी भी अन्य पार्टी की तुलना में, यहाँ तक कि तेलंगाना टीडीपी की तुलना में भी अधिक अवसर मिले।’

विश्वसनीयता पर उठाया सवाल

उन्होंने एमएलसी के. कविता की ज़मानत के लिए रामा राव द्वारा उनसे मुलाकात करने के रमेश के बयान में विसंगतियों की ओर इशारा करते हुए उनकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाया। उन्होंने आगे कहा, ‘कविता को आठ महीने पहले ज़मानत मिल गई थी। लेकिन रमेश का चार महीने पहले रामा राव से मुलाकात का दावा उनके झूठ को उजागर करता है।’ बीआरएस नेता दिनेश चौधरी ने कहा कि रमेश मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी के साथ मिलीभगत करके ध्यान भटकाने की राजनीति कर रहे हैं।

उन्होंने याद दिलाया कि कम्मा समुदाय 2018 में भी बीआरएस के साथ खड़ा था, जब टीडीपी ने तेलंगाना में चुनाव लड़ा था। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि आंध्र प्रदेश की तरह जातिगत युद्ध भड़काने की कोशिशें तेलंगाना में भी उल्टी पड़ेंगी। उन्होंने कहा कि केटी रामाराव द्वारा खम्मम में पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी संस्थापक एनटी रामाराव की 25 फुट ऊँची प्रतिमा का अनावरण करना, कम्मा प्रतीकों के प्रति उनके सम्मान का एक उदाहरण है।

Bjp का पुराना नाम क्या था?

भारतीय जनता पार्टी की जड़ें भारतीय जनसंघ में थीं, जिसकी स्थापना 1951 में श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने की थी। बाद में यह जनसंघ 1977 में जनता पार्टी में विलीन हुआ और फिर 1980 में टूटने के बाद भाजपा के रूप में पुनः स्थापित हुआ।

भारत में पहले बीजेपी पीएम कौन थे?

देश में भारतीय जनता पार्टी के पहले प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी थे। उन्होंने 1996 में पहली बार बहुत कम समय के लिए पद संभाला, फिर 1998 से 2004 तक पूर्ण कार्यकाल पूरा किया। वे भाजपा के संस्थापक नेताओं में से एक थे और जनप्रिय राजनेता भी।

बीजेपी के कितने मुख्यमंत्री हैं?

वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के देश के लगभग 12 राज्यों में मुख्यमंत्री हैं। यह संख्या समय-समय पर चुनाव परिणामों के अनुसार बदलती रहती है। कुछ बड़े राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात आदि में भाजपा की सरकारें हैं।

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