राजस्थान में बुलेट ट्रेन को लेकर बड़ी खबर। अब राजस्थान (Rajasthan) को बुलेट ट्रेन की सौगात मिलना तय हो गया है। जयपुर के रास्ते अहमदाबाद (Ahamdabad)से दिल्ली तक दौड़ेगी बुलेट ट्रेन! केंद्र सरकार को सौंपी जा चुकी सर्वे रिपोर्ट।
Bullet Train : अब राजस्थान को बुलेट ट्रेन की सौगात मिलना तय हो गया है। कारण कि सरकार ने अहमदाबाद से दिल्ली तक वाया जयपुर होते हुए बुलेट ट्रेन दौड़ाने की तैयारी शुरू कर दी है। इस रूट का सर्वे पूरा हो चुका है और उसकी सर्वे रिपोर्ट भी केंद्र सरकार को सौंपी जा चुकी है।
बुलेट ट्रेन के चलने से पर्यटन और व्यापार को लगेंगे पंख
रेलवे से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि, बुलेट ट्रेन के चलने से पर्यटन और व्यापार दोनों को पंख लगेंगे। दरअसल, अहमदाबाद से वाया जयपुर होते हुए दिल्ली तक 886 किलोमीटर रूट पर बुलेट ट्रेन दौड़ाए जाना पहले से प्रस्तावित है, लेकिन अब धरातल पर इसका काम होने की भी सुगबुगाहट शुरू हो गई है। इस रूट पर बुलेट ट्रेन दौड़ाने के लिए फरवरी 2020 में सर्वे शुरू किया गया था, जो पूरा हो चुका है। उसकी रिपोर्ट भी केंद्र सरकार को सौंपी जा चुकी है।
जयपुर समेत राजस्थान के कुल 7 स्टेशन शामिल
उस सर्वे रिपोर्ट में कुल 13 प्रस्तावित स्टेशन तय किए गए हैं। इसमें जयपुर समेत राजस्थान के कुल 7 स्टेशन शामिल है। उसके अलावा गुजरात के 3 स्टेशन, हरियाणा के 2 स्टेशन व दिल्ली का 1 स्टेशन शामिल किया गया है। इस मामले को लेकर हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन के अधिकारियों से संपर्क किया तो, उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।
राजस्थान में 7 बुलेट स्टेशन
खेरवाड़ा (डूंगरपुर), उदयपुर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, अजमेर, जयपुर, बहरोड़ (अलवर)। इसके अलावा रेवाड़ी-मानेसर (हरियाणा), द्वारका सेक्टर-1 (दिल्ली) प्रस्तावित हैं।
बुलेट ट्रेन की रफ्तार
ट्रेन की रफ्तार 320 से 350 किमी प्रति घंटा होगी। अहमदाबाद से दिल्ली का सफर 4 घंटे में पूरा होगा। साल 2031 तक प्रोजेक्ट पूरा करने का लक्ष्य है। पहले सैटेलाइट सर्वे हुआ। फिर लिडार तकनीक से रिमोट सेंसिंग सर्वेक्षण किया गया। एक साल में यह प्रक्रिया पूरी हुई।
भारत में बुलेट ट्रेन कहाँ से गुजरेगी?
भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना (Bullet train project) के लिए मुंबई से अहमदाबाद के बीच 508 किलोमीटर लंबा हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर तैयार किया जा रहा है। इसको लेकर बड़ी जानकारी सामने आ रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2028 तक यह गुजरात में साबरमती से वापी के बीच शुरू हो सकती है।पूरे मार्ग पर 2030 तक ट्रेन के दौड़ने की संभावना जताई गई है।
बुलेट ट्रेन का असली नाम क्या है?
शिंकानसेन, या बुलेट ट्रेन, ने 1964 में दुनिया की पहली हाई-स्पीड ट्रेन बनकर इतिहास रच दिया। शिंकानसेन सिर्फ़ एक परिवहन साधन नहीं है – यह एक अनोखा जापानी अनुभव है। बेदाग़ साफ़-सुथरी, आरामदायक और असाधारण रूप से तेज़, यह दक्षता का प्रतीक है और आश्चर्यजनक रूप से तेज़ जापानी रेल नेटवर्क का गौरव है।
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