Adani Group अगले 5 साल में होंगे 20 अरब डॉलर के मेगा निवेश
Adani Group ने अपनी 2025 की वार्षिक आम बैठक (AGM) में एक बड़ा ऐलान किया है। ग्रुप अगले 5 वर्षों में 20 अरब डॉलर (लगभग ₹1.6 लाख करोड़) का निवेश करेगा। यह निवेश भारत की इन्फ्रास्ट्रक्चर, ग्रीन एनर्जी और डिजिटल सेक्टर में किया जाएगा। गौतम अडाणी ने कहा, “आग में तपकर ही सच्चा नेतृत्व तैयार होता है।”
AGM में गौतम अडाणी का विज़न
Gautam Adani ने AGM में निवेशकों को संबोधित करते हुए कहा:
- “Adani Group अब सिर्फ एक कारोबारी समूह नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय निर्माण मिशन का हिस्सा है।”
- “हम भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ के अगले चरण के इंजन बनना चाहते हैं।”
- “नेतृत्व संकटों में ही तैयार होता है, और हम हर चुनौती को अवसर में बदलेंगे।”
कहां-कहां होगा निवेश?
Adani Group के 20 अरब डॉलर के निवेश का प्रमुख हिस्सा निम्न क्षेत्रों में खर्च किया जाएगा:
- ग्रीन एनर्जी:
सौर और पवन ऊर्जा में बड़े प्रोजेक्ट्स की शुरुआत - डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर:
डेटा सेंटर, क्लाउड सेवाएं और AI आधारित टेक्नोलॉजी - ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक्स:
पोर्ट्स, एयरपोर्ट्स और रेल फ्रेट कॉरिडोर्स का विस्तार - ग्रीन हाइड्रोजन:
भविष्य की ऊर्जा जरूरतों के लिए नए प्रोडक्शन यूनिट्स
Adani Group क्यों कर रहा है इतना बड़ा निवेश?
- भारत की बढ़ती इकोनॉमी और मिडल क्लास डिमांड को देखते हुए
- ‘मेक इन इंडिया’ और ‘नेट जीरो कार्बन’ लक्ष्य में सहयोग करने के लिए
- वैश्विक कंपनियों की सप्लाई चेन वैरायटी की मांग को पूरा करने के लिए
नेतृत्व पर अडाणी का संदेश
अडाणी ने अपने भाषण में विशेष तौर पर नेतृत्व पर बल दिया:
- “हमने विफलताओं से सीखा है, और यही हमारी सबसे बड़ी ताकत है।”
- “विरोध और आलोचना हमें रोक नहीं सकती, वे केवल हमारी दिशा को तेज़ करती हैं।”
- “सच्चा नेतृत्व वही होता है जो चुनौतियों में भी विज़न बनाए रखे।”
स्टॉक मार्केट और निवेशकों की प्रतिक्रिया
- AGM के बाद Adani Group की लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में हल्की तेजी देखने को मिली
- निवेशकों ने ग्रुप के क्लियर और लॉन्ग टर्म प्लान की सराहना की
- मार्केट एक्सपर्ट्स ने इसे “पॉज़िटिव आउटलुक” करार दिया
Adani Group का बड़ा दांव
Adani Group का यह 20 अरब डॉलर का निवेश ना केवल कॉर्पोरेट विस्तार की रणनीति है, बल्कि भारत को एक वैश्विक आर्थिक शक्ति बनाने की दिशा में भी एक ठोस कदम है। Gautam Adani की यह सोच भारत के भविष्य में उनके समूह की भूमिका को और मजबूत बनाती है।