Breaking News: Anil Ambani: अनिल अंबानी के रिलायंस ग्रुप की ₹1,400 करोड़ की और संपत्तियाँ जब्त

By Dhanarekha | Updated: November 20, 2025 • 2:45 PM

मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अनिल अंबानी(Anil Ambani) के रिलायंस ग्रुप के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जाँच को आगे बढ़ाते हुए एक बड़ी कार्रवाई की है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, ग्रुप की करीब ₹1,400 करोड़ की नई संपत्तियाँ अटैच की गई हैं। यह कुर्की नवी मुंबई, चेन्नई, पुणे और भुवनेश्वर जैसे शहरों में की गई है। इस नई कार्रवाई के साथ, रिलायंस ग्रुप से जुड़ी कुल कुर्क की गई संपत्तियों का मूल्य बढ़कर लगभग ₹9,000 करोड़ हो गया है। यह कार्रवाई रिलायंस होम फाइनेंस (RHFL) और रिलायंस(Anil Ambani) कॉमर्शियल फाइनेंस (RCFL) में बड़े पैमाने पर हुए फंड्स के गलत इस्तेमाल और डायवर्जन से जुड़े मामलों के तहत की गई है

फंड डायवर्जन का खुलासा और ₹9,000 करोड़ की कुल कुर्की

ED की विस्तृत जाँच में पता चला है कि RHFL और RCFL में 2017 से 2019 के बीच यस बैंक से प्राप्त हुए ₹5,010 करोड़ (RHFL में ₹2,965 करोड़ और RCFL में ₹2,045 करोड़) के निवेश का बड़े पैमाने पर गलत इस्तेमाल किया गया। ये फंड्स ग्रुप की दूसरी कंपनियों में डायवर्ट किए गए, जिसके कारण दिसंबर 2019 तक ये लोन नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA) बन गए। यस बैंक को कुल ₹2,700 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ। ED ने इसे ‘इंटेंशनल कंट्रोल फेल्योर’ और एक सोचा-समझा प्लान बताया है। इस मामले में, ₹1,400 करोड़ की ताज़ा कुर्की से पहले भी, ED धीरूभाई अंबानी नॉलेज सिटी (DAKC) की 132 एकड़ ज़मीन समेत अनिल अंबानी के पाली हिल वाले घर और 40 से अधिक संपत्तियों को कुर्क कर चुकी है।

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जाँच की प्रक्रिया और अन्य एजेंसियों की भूमिका

ED यह जाँच मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) की धारा 5(1) के तहत कर रही है। जाँच में पाया गया कि लोन अप्रूवल प्रक्रिया में गंभीर अनियमितताएँ थीं—जैसे लोन उसी दिन अप्लाई, अप्रूव और डिस्बर्स हो जाना, फील्ड चेक(Anil Ambani) का स्किप होना, और डॉक्यूमेंट्स का ब्लैंक या डेटलेस मिलना। इस मामले में CBI ने भी दो अलग-अलग FIR दर्ज की थी, जिसमें यस बैंक के पूर्व CEO राणा कपूर का नाम शामिल था। नेशनल हाउसिंग बैंक, सेबी, NFRA और बैंक ऑफ बड़ौदा जैसी अन्य नियामक संस्थाओं ने भी ED को आवश्यक जानकारी साझा की है, जिससे यह एक बहु-एजेंसी जाँच बन गई है।

अनिल अंबानी से जुड़ी संपत्तियों की ताज़ा ₹1,400 करोड़ की कुर्की किन शहरों में की गई है?

ये संपत्तियाँ नवी मुंबई, चेन्नई, पुणे, और भुवनेश्वर में अटैच की गई हैं।

इस मामले में ED ने लोन अप्रूवल प्रक्रिया में किस तरह की बड़ी अनियमितताएँ पाईं?

ED ने पाया कि कुछ लोन उसी दिन अप्लाई, अप्रूव और डिस्बर्स हो गए, फील्ड चेक और मीटिंग्स स्किप हो गईं, और लोन से जुड़े डॉक्यूमेंट्स ब्लैंक या डेटलेस मिले। ED ने इसे ‘इंटेंशनल कंट्रोल फेल्योर’ बताया है।

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