सेंसेक्स 694 अंक लुढ़का, निफ्टी 214 अंक नीचे
- मेटल, बैंकिंग और FMCG सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित
- NSE मेटल इंडेक्स में तेज गिरावट
- बैंकिंग शेयरों में भारी बिकवाली
- FMCG कंपनियों के शेयर दबाव में
बैंकों के शेयरों में तेज गिरावट
- HDFC Bank, ICICI Bank जैसे दिग्गज शेयरों में कमजोरी
- PSU बैंकों में भी निवेशकों ने मुनाफावसूली की
Stock Market : शुक्रवार, 22 अगस्त को सेंसेक्स (Sensex) 694 अंक गिरकर 81,307 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी में भी 214 अंक की गिरावट रही, ये 24,870 पर आ गया।
सेंसेक्स के 30 में से 23 शेयरों में गिरावट रही, 7 ऊपर बंद हुए। एशियन पेंट्स, अल्ट्राटेक सीमेंट और टाटा स्टील सहित कुल 12 शेयरों में 1% से 2.5% तक की गिरावट रही। महिंद्रा, मारुति और BEL चढ़कर बंद हुए।
निफ्टी (Nifty) के 50 शेयरों में से 42 में गिरावट और केवल 8 में तेजी रही। NSE के मेटल इंडेक्स में 1.25%, PSU बैंकिंग में 1.12%, प्राइवेट बैंक में 1.06% और FMCG में 1.00% की गिरावट रही। मीडिया, फार्मा और हेल्थकेयर में मामूली तेजी रही।
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट क्यों आ रही है?
शेयर मार्केट में गिरावट क्यों है? स्टॉक मार्केट में गिरावट अक्सर आर्थिक और भू-राजनीतिक समस्याओं के मिश्रण से होती है. बढ़ती महंगाई, उच्च ब्याज दरें, कमजोर कॉर्पोरेट आय या राजनीतिक अस्थिरता जैसे कारक निवेशकों के मूड को प्रभावित कर सकते हैं.
कैसे पता करें शेयर की कीमत बढ़ेगी या घटेगी?
आपूर्ति और माँग एक शेयर की कीमत को निर्धारित करती है। यदि माँग अधिक है, तो यह बढ़ जाएगी, और यदि माँग कम है, तो यह घट जाएगी। शेयरों की कीमतें बोली एवं निवेदन पर निर्भर करती हैं। एक बोली एक निश्चित कीमत के लिए शेयरों की एक निश्चित संख्या खरीदने की पेशकश है।
क्या 2025 में भारतीय शेयर बाजार ठीक हो जाएगा?
सर्वेक्षण के अनुसार, बीएसई सेंसेक्स 2025 के अंत तक 86,100, 2026 के मध्य तक 89,000 और 2026 के अंत तक 95,000 तक पहुँचने की उम्मीद है । एके कैपिटल सर्विसेज के एसोसिएट डायरेक्टर (शोध) योगेश कलिंगे ने कहा, “भारत एक सुरक्षित दांव लगने लगा है क्योंकि यहाँ विकास के ज़्यादा विकल्प नहीं हैं।
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