Breaking News: BSNL: BSNL का स्वदेशी 4G नेटवर्क लॉन्च

By Dhanarekha | Updated: September 27, 2025 • 3:51 PM

भारत में मोबाइल क्रांति का नया अध्याय

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Narendra Modi) ने आज (27 सितंबर) BSNL का 4G नेटवर्क लॉन्च कर दिया है। यह नेटवर्क देश भर के 98 हजार लोकेशंस पर रोलआउट हुआ है और यह पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित है। इस लॉन्च के साथ ही भारत के सभी टेलीकॉम ऑपरेटर अब 4G सेवाओं से लैस हो गए हैं। BSNL ने अपनी खुद की 4G तकनीक विकसित की है, जिसे भविष्य में 5G सेवाओं में आसानी से अपग्रेड किया जा सकेगा। यह उपलब्धि भारत को उन चुनिंदा देशों में शामिल करती है जो अपने उपयोग के लिए टेलीकॉम कंपोनेंट्स(Telecom Components) खुद बनाते हैं

स्वदेशी 4G की विशेषताएँ और भविष्य की तैयारी

BSNL द्वारा विकसित यह देसी 4G टेक्नोलॉजी अब देश के गांवों और शहरों सहित 98,000 जगहों पर लगाई जाएगी। इसका सीधा मतलब है कि देश के कोने-कोने में उपभोक्ताओं को तेज 4G इंटरनेट सेवा मिलेगी। यह कदम देश के डिजिटल डिवाइड को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

5G में आसान अपग्रेड और ग्रीन नेटवर्क

बीएसएनएल का यह स्वदेशी 4G स्टैक एक क्लाउड-बेस्ड और फ्यूचर-रेडी डिज़ाइन पर बना है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसे किसी बड़े हार्डवेयर बदलाव के बिना, केवल एक सॉफ्टवेयर अपडेट के माध्यम से 5G में अपग्रेड किया जा सकता है। टेलीकॉम मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी इस ‘सीमलेसली 5G अपग्रेडेबल’ नेटवर्क की पुष्टि की है। इसके अतिरिक्त, BSNL के नए टावरों को सोलर पावर से चलाने की सुविधा दी गई है, जिससे यह भारत का सबसे बड़ा ग्रीन टेलीकॉम नेटवर्क बन जाएगा।

ग्राहक संख्या में लगातार गिरावट

बीएसएनएल के लिए चिंता का विषय उसकी घटती ग्राहक संख्या है। TRAI के जुलाई 2025 के आँकड़ों के अनुसार, BSNL के 1.01 लाख ग्राहक कम हुए हैं। इसके विपरीत, जियो ने 4.83 लाख और एयरटेल ने 4.64 लाख नए ग्राहक जोड़े हैं, जबकि वोडाफोन आइडिया (Vi) के 3.59 लाख ग्राहक घटे हैं। इस गिरावट के कारण सार्वजनिक क्षेत्र की टेलीकॉम कंपनियों का बाजार हिस्सा 8% से भी कम रह गया है।

4G/5G लॉन्च में देरी के कारण

BSNL के पिछड़ने का मुख्य कारण सरकारी मंजूरी में देरी और गलत स्पेक्ट्रम चयन रहा है। 2006-12 के बीच, जब निजी ऑपरेटरों ने तेजी से अपनी क्षमता बढ़ाई, तब BSNL को जरूरी मंजूरी नहीं मिली। इसके अलावा, 2010 में 3G स्पेक्ट्रम नीलामी से बाहर रहने और वायमैक्स तकनीक (BWA स्पेक्ट्रम) के लिए भारी रकम चुकाने से कंपनी की वित्तीय स्थिति बिगड़ गई। 4G स्पेक्ट्रम की नीलामी से भी BSNL को बाहर रखा गया। इस लंबी देरी का परिणाम यह है कि आज जब जियो और एयरटेल 5G रोलआउट कर चुके हैं और 6G रोडमैप की बात हो रही है, तब BSNL जाकर 4G लॉन्च कर पाई है।

BSNL का 4G नेटवर्क किस तकनीक पर आधारित है और इसकी सबसे बड़ी ख़ासियत क्या है?

बीएसएनएल का 4G नेटवर्क पूरी तरह से स्वदेशी (देसी) तकनीक पर आधारित है। इसकी सबसे बड़ी ख़ासियत यह है कि यह क्लाउड-बेस्ड और फ्यूचर-रेडी डिज़ाइन वाला है, जिसे बिना किसी बड़े हार्डवेयर बदलाव के, सिर्फ़ सॉफ्टवेयर अपडेट के माध्यम से आसानी से 5G में अपग्रेड किया जा सकता है।

TRAI के जुलाई 2025 के आंकड़ों के अनुसार, BSNL के कितने ग्राहक कम हुए और ग्राहक जोड़ने में कौन सी कंपनी सबसे आगे रही?

TRAI के जुलाई 2025 के आंकड़ों के अनुसार, BSNL के 1.01 लाख ग्राहक कम हुए। वहीं, जियो ने जुलाई में 4.83 लाख नए मोबाइल ग्राहक जोड़कर सबसे अधिक ग्राहक जोड़ने वाली कंपनी बनी।

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