अब 10 ग्राम सोने की कीमत ₹1,00,397
- निवेशकों की बढ़ती मांग से सोने की कीमतों में फिर उछाल
- पिछले सप्ताह की तुलना में लगातार बढ़ रही है कीमत
- त्योहार और शादी के सीजन से पहले महंगाई का असर
चांदी ने भी तोड़े रिकॉर्ड: 1.12 लाख प्रति किलो
- उद्योगों और ज्वेलरी में मांग बढ़ने से तेजी
- अब एक किलो चांदी की कीमत ₹1,12,000
- पिछले एक महीने में ₹6,000 से ज्यादा की बढ़त
Gold Rate : सोने-चांदी (Gold and Silver) के दाम में आज यानी 5 अगस्त को बढ़त है। 24 कैरेट सोने (Gold) का दाम 230 रुपए बढ़कर 1,00,397 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। इससे पहले सोने का भाव 1,00,167 रुपए पर था।
वहीं चांदी की कीमत 528 रुपए बढ़कर 1,12,428 रुपए प्रति किलो हो गई है। इससे पहले चांदी 1,11,900 रुपए पर थी। वहीं 23 जुलाई को सोने ने 1,00,533 रुपए और चांदी ने 1,15,850 रुपए ऑल टाइम हाई बनाया था।
स साल ₹1 लाख 4 हजार तक जा सकता है सोना केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया कहते हैं कि अमेरिका के टैरिफ के चलते जियो पॉलिटिकल टेंशन बने हुए हैं। इससे गोल्ड को सपोर्ट मिल रहा है। इससे गोल्ड की डिमांड बढ़ रही है। ऐसे में इस साल सोना 1 लाख 4 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है। वहीं चांदी इस साल 1 लाख 30 हजार रुपए तक जा सकती है।
इस साल अब तक ₹24,235 महंगा हुआ सोना इस साल यानी 1 जनवरी से अब तक 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का दाम 76,162 रुपए से 24,235 रुपए बढ़कर 1,00,397 रुपए पर पहुंच गया है। वहीं, चांदी का भाव भी 86,017 रुपए प्रति किलो से 26,411 रुपए बढ़कर 1,12,428 रुपए पर पहुंच गया है। वहीं पिछले साल यानी 2024 में सोना 12,810 रुपए महंगा हुआ था।
भारत में सोना इतना महंगा क्यों हो रहा है?
सोना महंगा क्यों हो रहा है? आर्थिक अनिश्चितता, महंगाई की चिंता, भू-राजनीतिक तनाव और कम ब्याज दरों सहित विभिन्न कारकों के कारण सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं. एक सुरक्षित एसेट के रूप में, अस्थिरता के समय सोना अधिक आकर्षक हो जाता है, जिससे मांग बढ़ जाती है और कीमतें बढ़ जाती हैं.
2025 में सोने का भाव क्या होगा?
यह मानते हुए कि एक्सचेंज दर ₹82 प्रति USD रहेगी, 2025 में गोल्ड की अनुमानित प्राइज रेंज ₹1,64,000 और ₹2,05,000 प्रति औंस के बीच रहने की उम्मीद है. यह पूर्वानुमान वैश्विक महंगाई, भू-राजनीतिक तनाव, केंद्रीय बैंक की नीतियों और निवेशकों व औद्योगिक क्षेत्रों दोनों का ओर से निरंतर मांग जैसे कारकों पर आधारित है.