Breaking News: Gold: सोना और चांदी रिकॉर्ड ऊंचाई पर

By Dhanarekha | Updated: September 29, 2025 • 1:51 PM

कारण और भविष्य की राह

नई दिल्ली: सोने(Gold) और चांदी की कीमतों ने 29 सितंबर को नया ऑल टाइम हाई छुआ है। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, 24 कैरेट 10 ग्राम सोना 2,030 रुपये की बढ़ोतरी के साथ 1,15,292 रुपये पर पहुंच गया, जबकि चांदी 6,000 रुपये की उछाल के साथ 1,44,100 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। यह तेजी एक दिन की नहीं, बल्कि पूरे साल की है, जहां 31 दिसंबर 2024 के मुकाबले सोने में लगभग 39,130 रुपये और चांदी में 58,083 रुपये की भारी वृद्धि दर्ज की गई है। निवेशकों के लिए यह एक महत्वपूर्ण मोड़ है, जो सोने को एक सुरक्षित और आकर्षक निवेश के रूप में मजबूत कर रहा है

कीमतों में उछाल के प्रमुख कारण

सोने-चांदी की कीमतों में इस जबरदस्त उछाल के पीछे कई वैश्विक और घरेलू कारक काम कर रहे हैं। केंद्रीय बैंकों द्वारा डॉलर पर निर्भरता कम करने के लिए सोने की लगातार खरीदारी, कीमतों को ऊपर धकेलने वाला एक बड़ा कारण है। इसके अलावा, अमेरिका(America) की अस्थिर नीतियां और फेडरल रिजर्व पर दखल की आशंकाएँ डॉलर और बॉन्ड बाजार को कमजोर कर रही हैं, जिससे निवेशक ‘सुरक्षित ठिकाना’ यानी सोने की ओर भाग रहे हैं। क्रिप्टो बाजार की अनिश्चितता और भारत में शेयर बाजार से कम रिटर्न ने भी निवेशकों को सोने में पैसा लगाने के लिए प्रेरित किया है। ये सभी कारक मिलकर सोने की मांग को बढ़ा रहे हैं, जिससे कीमतों में लगातार तेजी आ रही है।

सोने का भविष्य और विशेषज्ञों की राय

सोने(Gold) की कीमतों में आगे भी तेजी रहने की संभावना है। गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट के अनुसार, बैंक ने अगले साल तक सोने के लिए 5000 डॉलर प्रति औंस का लक्ष्य रखा है, जो भारतीय रुपये में लगभग 1,55,000 रुपये प्रति 10 ग्राम हो सकता है। ब्रोकरेज फर्म पीएल कैपिटल के डायरेक्टर संदीप रायचुरा ने भी सोना 1,44,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जाने की बात कही है। यह पूर्वानुमान डीडॉलराइजेशन (डॉलर का कम इस्तेमाल) और सोने के लॉन्ग-टर्म एसेट होने की प्रवृत्ति से प्रेरित है। सोना अपनी सीमित मात्रा, अविनाशी प्रकृति और महंगाई के खिलाफ बचाव की क्षमता के कारण हमेशा से ही लंबी अवधि का फायदेमंद निवेश रहा है।

‘डीडॉलराइजेशन’ का सोने की कीमतों पर क्या असर पड़ रहा है?

‘डीडॉलराइजेशन’ का मतलब है कि कई देश डॉलर का इस्तेमाल कम कर रहे हैं, जिससे डॉलर कमजोर हो रहा है। जब डॉलर कमजोर होता है, तो सोना (जो डॉलर में मापा जाता है) अन्य मुद्राओं के लिए सस्ता हो जाता है। इससे सोने की मांग बढ़ती है और उसकी कीमतों में तेजी आती है, क्योंकि निवेशक डॉलर-आधारित अस्थिरता से बचने के लिए सोने को चुनते हैं।

31 दिसंबर 2024 से अब तक सोने और चांदी की कीमतों में लगभग कितने रुपए की बढ़ोतरी हुई है?

31 दिसंबर 2024 को 10 ग्राम 24 कैरेट सोना(Gold) 76,162 रुपये का था, जो अब बढ़कर 1,15,292 रुपये हो गया है, यानी लगभग 39,130 रुपये की वृद्धि। वहीं, चांदी की कीमत 86,017 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 1,44,100 रुपये प्रति किलो हो गई है, यानी लगभग 58,083 रुपये की बढ़ोतरी हुई है।

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