चांदी ₹1.93 लाख के ऑल टाइम हाई पर!
नई दिल्ली: चांदी की कीमत में हाल के दिनों में ज़बरदस्त उछाल(Gold) देखने को मिला है। यह लगातार तीसरे दिन अपने उच्चतम स्तर पर पहुँच गई है। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, चांदी के दाम आज (12 दिसंबर) ₹4,500 चढ़कर ₹1,92,781 प्रति किलोग्राम हो गए हैं, जो इसका ऑल टाइम हाई है। बुधवार से शुक्रवार के बीच, यानी मात्र तीन दिनों में, चांदी ₹13,888 महंगी हो गई है। सोने की कीमतों में भी भारी बढ़ोतरी हुई है; यह ₹1,973 बढ़कर ₹1,30,569 प्रति 10 ग्राम पर पहुँच गया है। इस साल सोने में ₹54,407 और चांदी में ₹1,06,764 की वृद्धि हुई है, जो निवेशकों और खरीदारों के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव है।
चांदी की बढ़ती मांग और अंतर्राष्ट्रीय कारण
चांदी की कीमतों में इस तेज़ी के प्रमुख कारण बहुआयामी हैं। सिंगापुर(Singapore) मैनेजमेंट यूनिवर्सिटी के कोस्मास मरिनाकिस के अनुसार, चांदी अब केवल निवेश का माध्यम नहीं रह गई है, बल्कि विनिर्माण (मैन्युफैक्चरिंग) कंपनियों के लिए एक आवश्यक भौतिक संसाधन भी बन गई है, जिससे इसकी मांग में भारी वृद्धि हुई है। एक अन्य बड़ा कारण है अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की संभावित व्यापार नीतियों के तहत चांदी पर टैरिफ लगने का डर, जिसके कारण अमेरिकी कंपनियाँ भारी मात्रा में चांदी(Gold) का स्टॉक जमा कर रही हैं। इस कारण वैश्विक बाज़ार में कमी आ गई है, और विनिर्माता अपनी उत्पादन श्रृंखला सुनिश्चित करने के लिए सप्लाई सुरक्षित करने की होड़ में लगे हैं, जिससे कीमतें वैश्विक स्तर पर चढ़ रही हैं।
अन्य पढ़े: भारत का रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन बना वैश्विक उदाहरण
खरीदारी के समय ध्यान रखने योग्य बातें और कीमतों में अंतर
सोने-चांदी की खरीदारी करते समय ग्राहकों को सावधानी बरतनी चाहिए। हमेशा ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (BIS) का हॉलमार्क लगा हुआ सर्टिफाइड गोल्ड ही खरीदें, जिससे उसकी शुद्धता (कैरेट) की जानकारी मिल सके। साथ ही, सोने(Gold) का सही वजन और खरीदने के दिन की कीमत को IBJA जैसी विश्वसनीय वेबसाइटों से क्रॉस चेक करना महत्वपूर्ण है। अलग-अलग शहरों में सोने के दाम अलग होने के मुख्य कारण परिवहन (ट्रांसपोर्टेशन) के खर्चे, सोने की खरीदारी की मात्रा (जैसे दक्षिण भारत में अधिक खपत), स्थानीय ज्वैलरी एसोसिएशन द्वारा दरें तय करना, और ज्वेलर्स का खरीद मूल्य (पुराना स्टॉक सस्ते में) हैं।
IBJA की सोने की कीमतों में क्या-क्या शामिल नहीं होता है, और इन कीमतों का उपयोग कहाँ होता है?
IBJA की सोने की कीमतों में 3% GST, मेकिंग चार्ज, और ज्वेलर्स मार्जिन शामिल नहीं होते हैं। इन दरों का उपयोग RBI द्वारा सोवरेन गोल्ड बॉन्ड की दरें तय करने के लिए और कई बैंकों द्वारा गोल्ड लोन की दरें तय करने के लिए किया जाता है।
केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के अनुसार, इस साल के अंत तक सोना और चांदी किस मूल्य स्तर तक जा सकते हैं?
केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के अनुसार, भू-राजनीतिक तनाव के कारण सोने को समर्थन मिल रहा है। उनका अनुमान है कि इस साल सोना ₹1 लाख 35 हजार प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है, जबकि चांदी ₹2 लाख रुपए किलो के पार जा सकती है।
अन्य पढ़े: