सोना ₹1.20 लाख पर आया, चांदी ने बनाया नया रिकॉर्ड
नई दिल्ली: सोने(Gold) की कीमतों में चार दिन की लगातार बढ़ोतरी के बाद आज (10 अक्टूबर) ₹1,784 की गिरावट दर्ज की गई। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, 10 ग्राम 24 कैरेट सोना अब ₹1,20,845 पर आ गया है, जबकि इससे ठीक एक दिन पहले यह ₹1,22,629 के ऑल टाइम हाई पर था। इसके विपरीत, चांदी की कीमतों में तेजी जारी है और यह ₹2,593 की बढ़त के साथ पहली बार ₹1,62,143 प्रति किलोग्राम के ऑलटाइम हाई(All Time High) पर पहुंच गई है। विशेषज्ञों के मुताबिक, यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से औद्योगिक मांग में वृद्धि के कारण हो रही है, जिसने चांदी की कीमतों में लगातार पाँचवें दिन उछाल दर्ज किया है।
इस साल सोना-चांदी की कीमत में भारी उछाल और आगे की भविष्यवाणी
साल 2024 में सोने(Gold) और चांदी की कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। इस साल अब तक सोने की कीमत में ₹44,683 की बढ़ोतरी हुई है, जबकि चांदी ₹76,126 महंगी हो चुकी है। कीमतों में इस तेजी के पीछे जियोपॉलिटिकल तनाव (मिडिल ईस्ट में उथल-पुथल), केंद्रीय बैंकों की खरीदारी (डॉलर पर निर्भरता कम करने के लिए) और फेस्टिव सीजन की मांग प्रमुख कारण हैं। भविष्य की बात करें तो, गोल्डमैन सैक्स जैसी संस्थाओं ने अगले साल तक सोने का लक्ष्य ₹1,55,000 प्रति 10 ग्राम तक रखा है। वहीं, चांदी की मांग बढ़ने के चार मुख्य कारण हैं: त्योहारी मांग, रुपये की कमजोरी (जिससे इम्पोर्ट कॉस्ट बढ़ी), इलेक्ट्रॉनिक्स और सोलर पैनल जैसे उद्योगों में बढ़ती मांग, और वैश्विक स्तर पर सप्लाई में कमी।
सोने में निवेश का सही समय और खरीदारी के नियम
केडिया एडवाइजरी के अनुसार, चूंकि सोना(Gold) इस साल करीब 60% बढ़ चुका है, इसलिए शॉर्ट टर्म में और ज्यादा तेजी की उम्मीद कम है और लोग मुनाफा वसूली कर सकते हैं। हालांकि, लॉन्ग टर्म के लिए सोना अभी भी फायदे का सौदा हो सकता है। सोना खरीदते समय दो मुख्य बातों का ध्यान रखना जरूरी है: पहला, हमेशा ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (BIS) का हॉलमार्क लगा हुआ सर्टिफाइड गोल्ड ही खरीदें। नए नियम के अनुसार, 1 अप्रैल से छह डिजिट वाले अल्फान्यूमेरिक हॉलमार्किंग (HUID) के बिना सोना नहीं बिकेगा। दूसरा, सोने(Gold) का सही वजन और कीमत IBJA जैसी विश्वसनीय वेबसाइट से क्रॉस चेक करें। ध्यान रहे कि 24 कैरेट सोना सबसे शुद्ध होता है, पर आभूषण 22 कैरेट या इससे कम कैरेट में बनते हैं, और कीमत कैरेट के हिसाब से अलग-अलग होती है।
सोने की कीमतें बढ़ने के तीन प्रमुख कारण क्या हैं, और क्या यह अभी निवेश के लिए सही समय है?
सोने(Gold) की कीमतें बढ़ने के तीन प्रमुख कारण फेस्टिव सीजन डिमांड, जियोपॉलिटिकल टेंशन (जैसे मिडिल ईस्ट में उथल-पुथल), और केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की खरीदारी हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, चूंकि सोना इस साल करीब 60% बढ़ चुका है, इसलिए शॉर्ट टर्म में तेजी की उम्मीद कम है, लेकिन लॉन्ग टर्म निवेश के लिए यह अभी भी फायदेमंद हो सकता है।
सोने की खरीदारी करते समय किन दो महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए और ‘HUID’ क्या है?
सोने की खरीदारी करते समय हमेशा BIS हॉलमार्क वाला सर्टिफाइड गोल्ड ही खरीदना चाहिए और खरीदने के दिन उसकी कीमत कई सोर्सेज से क्रॉस चेक करनी चाहिए। HUID का मतलब हॉलमार्क यूनीक आइडेंटिफिकेशन नंबर है, जो सोने की ज्वेलरी पर लगा छह डिजिट वाला अल्फान्यूमेरिक कोड होता है। यह कोड सोने की शुद्धता (कैरेट) को प्रमाणित करता है।
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