सुधारों से 2047 लक्ष्य संभव पर शर्तें जरूरी
नई दिल्ली: वर्ल्ड बैंक(World Bank) ने अपनी ताज़ा फाइनेंस सेक्टर असेसमेंट (FSA- IMF) रिपोर्ट में कहा है कि भारत(India) का वित्तीय सिस्टम पहले से अधिक मजबूत, विविध और समावेशी हुआ है, पर 2047 तक 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लिए सुधारों को और गति देनी होगी। रिपोर्ट ने डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर तथा सरकारी कार्यक्रमों की प्रशंसा की है जिसने पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए वित्तीय सेवाओं तक पहुंच बढ़ाई।
महिलाओं व MSMEs के लिए सुझाव
रिपोर्ट में विशेष रूप से महिलाओं के बैंक खाते के उपयोग को और बढ़ाने की सिफारिश की गई है ताकि वित्तीय समावेशन और सशक्तिकरण को बल मिले। साथ ही MSMEs (छोटे और मझोले उद्यम) के लिए अलग-अलग तरह के वित्तीय उत्पादों तक आसान पहुंच सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया है। फाइनैंशल उत्पादों की पहुँच बढ़ने से छोटे कारोबारों की पूंजी पहुँच में सुधार होगा और सामान्य अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
सुधारों ने दी स्थिरता और विकास की राह
2017 के पुराने असेसमेंट के बाद से उठाये गये कदमों ने भारत की वित्तीय संरचना को और पुख्ता बनाया है। हालांकि 2010 के दशक की चुनौतियों और कोविड-19 महामारी के प्रभाव से उबरने में ये सुधार अहम रहे। वित्त मंत्रालय ने IMF और वर्ल्ड बैंक की संयुक्त टीम द्वारा किये गये मूल्यांकन का स्वागत किया है और कहा है कि आगे नीतिगत सुधार निवेश को आकर्षित करेंगे।
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कैपिटल मार्केट का विस्तार और प्रभाव
रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले FSAP के बाद से भारत के कैपिटल मार्केट्स की क्षमता बढ़ी है; इक्विटी, सरकारी बॉन्ड और कॉरपोरेट बॉन्ड का समग्र आकार अब जीडीपी के लगभग 175% तक पहुंच गया है, जो 2017 में 144% था। इस वृद्धि के पीछे मजबूत बाजार इन्फ्रास्ट्रक्चर, नियामकीय सुधार और विविध निवेशक-आधार हैं। पूंजी बाजार की यह मजबूती दीर्घकालिक निवेश के लिये सकारात्मक संदेश है।
वर्ल्ड बैंक ने किन क्षेत्रों में सुधार सुझाए?
बैंक ने बैंकिंग प्रणाली की गवर्नेंस, कॉरपोरेट गवर्नेंस, जोखिम प्रबंधन तथा वित्तीय उत्पादों की पहुंच और ग्राहकों-विशेषकर महिलाओं और MSMEs-के लिये लक्षित उपायों पर जोर दिया है।
FSAP रिपोर्ट का वास्तविक अर्थ क्या है?
FSAP यानी फाइनैंशल सेक्टर असेसमेंट प्रोग्राम IMF और वर्ल्ड बैंक का संयुक्त उपकरण है जो किसी देश के वित्तीय ढांचे, जोखिमों और सुधारों का गहन विश्लेषण करता है ताकि नीतियाँ अधिक प्रभावी बनायीं जा सकें।
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