दुनिया की टॉप ऑटो कंपनियों में शामिल
नई दिल्ली: भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी(Maruti Suzuki) ने वैश्विक ऑटो उद्योग में इतिहास रच दिया है। कंपनी मार्केट कैप के आधार पर दुनिया की आठवीं सबसे वैल्यूएबल ऑटो कंपनी बन गई है। उसने अमेरिका(USA) की फोर्ड मोटर, जनरल मोटर्स और जर्मनी की फॉक्सवैगन(Volkswagen) जैसी दिग्गज कंपनियों को पीछे छोड़ दिया है। वर्तमान में मारुति का मार्केट कैप लगभग 57.6 बिलियन डॉलर है, जो इसकी पैरेंट कंपनी जापान की सुजुकी मोटर से भी ज्यादा है।
तेज शेयर बढ़त और जीएसटी का असर
अगस्त से अब तक मारुति सुजुकी(Maruti Suzuki) के शेयरों में लगभग 25.5% उछाल आया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 15 अगस्त को घोषित जीएसटी सुधारों ने इस तेजी में अहम भूमिका निभाई। 22 सितंबर से लागू हुई नई जीएसटी दरों से ऑटो सेक्टर को सबसे बड़ा लाभ मिला है। खासकर छोटी कारों की मांग में तेजी आई है, क्योंकि भारत की 60% से अधिक बिक्री इन्हीं वाहनों से होती है।
मारुति का वैल्यूएशन अब फोर्ड के 46.3 बिलियन डॉलर, जनरल मोटर्स के 57.1 बिलियन डॉलर और फॉक्सवैगन के 55.7 बिलियन डॉलर से ज्यादा हो गया है। वहीं सुजुकी मोटर का मार्केट कैप केवल 29 बिलियन डॉलर है। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने हाल के हफ्तों में भारतीय ऑटो सेक्टर में निवेश बढ़ाया है, जिससे मारुति को सबसे ज्यादा फायदा हुआ।
वैश्विक सूची में भारतीय चमक
ऑटो सेक्टर में शीर्ष पर एलन मस्क की टेस्ला है, जिसका मार्केट कैप 1.47 ट्रिलियन डॉलर है। इसके बाद जापान की टोयोटा 314 बिलियन डॉलर, चीन की BYD 133 बिलियन डॉलर, इटली की फेरारी 92.7 बिलियन डॉलर, जर्मनी की बीएमडब्ल्यू 61.3 बिलियन डॉलर और मर्सिडीज-बेंज 59.8 बिलियन डॉलर पर हैं। इस लिस्ट में मारुति सुजुकी आठवें स्थान पर है और यह पहला मौका है जब कोई भारतीय कंपनी इस सूची में शामिल हुई है।
ब्रोकरेज डेटा बताता है कि निफ्टी ऑटो इंडेक्स में अगस्त से अब तक लगभग 11% की तेजी आई है, जबकि मारुति के शेयर 14 अगस्त को ₹12,936 से बढ़कर 25 सितंबर को ₹16,236 तक पहुंच गए। घरेलू बाजार में इसकी पकड़ खासकर छोटी और एंट्री-लेवल कारों में मजबूत है। कर में कटौती और सस्ती कीमतों के चलते बिक्री बढ़ी है, जिससे कंपनी की कमाई और निवेशकों का भरोसा दोनों बढ़े हैं।
मारुति सुजुकी के शेयरों में उछाल क्यों आया?
जीएसटी सुधारों से छोटी कारों की मांग बढ़ी है और विदेशी निवेशकों ने ऑटो सेक्टर में पैसा लगाया है। इन दोनों वजहों से मारुति के शेयरों ने तेज प्रदर्शन किया।
वैश्विक सूची में शामिल होना भारत के लिए कितना अहम है?
यह उपलब्धि भारत की ऑटो इंडस्ट्री की मजबूती और बढ़ते वैश्विक प्रभाव का प्रतीक है। इससे निवेशकों का भरोसा और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय ब्रांड की प्रतिष्ठा दोनों मजबूत हुए हैं।
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