अजय पीरामल के बाद संभाली कमान
नई दिल्ली: मुकेश अंबानी के दामाद और ईशा अंबानी(Isha Ambani) के पति आनंद पीरामल(Anand Piramal) को पीरामल फाइनेंस(Piramal Finance) का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है। यह कंपनी पिरामल ग्रुप की प्रमुख एनबीएफसी है। बुधवार को निदेशक मंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया, जिसमें अजय पीरामल और स्वाति पीरामल के इस्तीफे स्वीकार किए गए। अब आनंद अपने पिता की जगह इस पद पर जिम्मेदारी संभालेंगे।
विलय के बाद बड़ा बदलाव
पिरामल फाइनेंस(Piramal Finance) हाल ही में पिरामल एंटरप्राइजेज में विलय हुई है। नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल ने 10 सितंबर को इस विलय को मंजूरी दी थी। इसी के बाद कंपनी में बड़े स्तर पर बदलाव शुरू हुए। आनंद पीरामल की नियुक्ति उसी कड़ी का हिस्सा है। उनके चेयरमैन बनने से कंपनी को नई दिशा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
कंपनी ने स्पष्ट किया है कि अजय पीरामल, पिरामल ग्रुप के चेयरमैन बने रहेंगे। वहीं स्वाति पीरामल, जो नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर थीं, उनके इस्तीफे को भी मंजूरी दी गई है। बोर्ड ने कहा कि यह बदलाव समूह की भावी रणनीतियों को ध्यान में रखकर किया गया है।
नई नियुक्तियां और नेतृत्व टीम
जैरम श्रीधरन को पीरामल फाइनेंस का एमडी और सीईओ नियुक्त किया गया है। इसके अलावा राजीव महर्षि, अशित मेहता और अंजलि बंसल को स्वतंत्र निदेशक बनाया गया है, जिनका कार्यकाल पांच साल का होगा।
साथ ही एक्सिस बैंक की पूर्व एमडी और सीईओ शिखा शर्मा को नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर नियुक्त किया गया है। इन सभी नियुक्तियों को शेयरधारकों की मंजूरी मिलना बाकी है। मंजूरी के बाद ही यह पद स्थायी हो जाएंगे।
आनंद पीरामल की नियुक्ति का क्या महत्व है?
आनंद पीरामल के चेयरमैन बनने से कंपनी को युवाओं की सोच और नई दिशा मिलेगी। वे पारिवारिक व्यापार में पहले से सक्रिय रहे हैं और अब उनका रोल और भी अहम हो जाएगा।
अजय पीरामल की भूमिका आगे क्या रहेगी?
अजय पीरामल अब भी पिरामल ग्रुप के चेयरमैन बने रहेंगे। वह समूह की नीतियों और विस्तार रणनीतियों का नेतृत्व जारी रखेंगे, जबकि फाइनेंस कंपनी का संचालन नई टीम के हाथों में होगा।
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