Rapido : रैपिडो को चुकानी होगी भारी कीमत

By Surekha Bhosle | Updated: August 21, 2025 • 11:56 AM

‘5 मिनट में ऑटो या 50 रुपए’ का दावा बना कंपनी की मुश्किल

क्या था विज्ञापन? (Rapido) ने हाल ही में एक प्रचार अभियान चलाया जिसमें दावा किया गया था: “5 मिनट में ऑटो नहीं आया, तो सिर्फ 50 रुपए में यात्रा करें!” इस आकर्षक ऑफर को लेकर सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर काफी प्रचार हुआ। लेकिन कई उपभोक्ताओं ने शिकायत की कि यह दावा सिर्फ प्रचार के लिए था और हकीकत में सेवा वैसी नहीं मिली।

सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (CCPA) ने बाइक टैक्सी सर्विस देने वाली राइड-हेलिंग कंपनी रैपिडो को गलत और भ्रामक विज्ञापन चलाने के लिए 10 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। इसके साथ ही कंपनी को ग्राहकों को पैसे रिफंड करने और भ्रामक विज्ञापन तुरंत हटाने का आदेश दिया गया है। रैपिडो ने अभी तक इस जुर्माने पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है

Rapido : रैपिडो ने अपने विज्ञापनों में दावा किया था कि उनकी सर्विस ‘5 मिनट में ऑटो या 50 रुपए कैशबैक’ देगी। इसके अलावा कुछ और गारंटीड सर्विसेज का भी वादा किया गया था, लेकिन हकीकत में ऐसा हुआ नहीं। पिछले दो साल में करीब 1800 यूजर्स ने शिकायत की कि रैपिडो ने अपने वादों को पूरा नहीं किया। रैपिडो ने इस तरह के विज्ञापन 548 दिन तक देशभर में 120 शहरों में अलग-अलग भाषाओं में चलाए।

50 रुपए का कैशबैक की बजाय रैपिडो कॉइन्स दिए

CCPA ने जांच में पाया कि रैपिडो Rapido ने जानबूझकर ऐसे विज्ञापन चलाए, जो ग्राहकों को गुमराह करते थे। कंपनी ने न सिर्फ झूठे वादे किए, बल्कि जरूरी जानकारी भी छुपाई। जैसे कि, ‘5 मिनट में गारंटीड ऑटो’ का दावा तो किया, लेकिन ये नहीं बताया कि ये सुविधा हर जगह या हर समय उपलब्ध नहीं हो सकती। इससे ग्राहक बार-बार रैपिडो की सर्विस इस्तेमाल करने को मजबूर हुए, जो कि अनफेयर ट्रैड प्रैक्टिस मानी गई।

Rapido : ​​​​​​​रैपिडो ने जो 50 रुपए का कैशबैक देने का वादा किया था, वो नकद राशि के रूप में नहीं दिया। इसके बजाय कंपनी ने ‘रैपिडो कॉइन्स’ दिए, जिन्हें सिर्फ बाइक राइड के लिए इस्तेमाल किया जा सकता था। वो भी सिर्फ 7 दिन तक वैलिड थे और उनमें ढेर सारी शर्तें थीं। इससे उनकी वैल्यू कम हो गई। CCPA के मुताबिक, ऐसा करके रैपिडो ने ग्राहकों को मजबूर किया कि वो बार-बार उनकी सर्विस इस्तेमाल करें, वो भी गलत शर्तों के साथ।

यूजर्स ने एप की शिकायत कीं

CCPA ने बताया कि अप्रैल 2023 से मई 2024 के बीच राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन पर रैपिडो के खिलाफ 575 उपभोक्ता शिकायतें दर्ज की गईं। वहीं, जून 2024 से जुलाई 2025 के बीच 1,224 और शिकायतें आईं। इन शिकायतों में ज्यादा पैसे वसूलना, रिफंड में देरी, ड्राइवर का दुर्व्यवहार और कंपनी की ओर से कैशबैक के वादे को पूरा न करने के मामले शामिल थे।

15 दिन में बताना होगा, आदेश का पालन कैसे किया

CCPA ने कहा कि रैपिडो ने अपने विज्ञापनों में ‘कमिशन और ओमिशन’ दोनों तरह से गलतियां कीं। कमिशन- यानी, कंपनी ने न सिर्फ बढ़ा-चढ़ाकर दावे किए, बल्कि जरूरी जानकारी छुपाकर ग्राहकों को भटकाया भी (यानी ओमिशन)। इस तरह के विज्ञापनों का मकसद सिर्फ अपनी बिक्री बढ़ाना और ग्राहकों को लुभाना था। CCPA ने आदेश में कहा कि रैपिडो को 15 दिन के अंदर बताना होगा कि उसने इन आदेशों का पालन कैसे किया।

CCPA या स्थानीय कंज्यूमर फोरम में कर सकते हैं शिकायत

अगर आप रैपिडो का इस्तेमाल करते हैं और आपको लगता है कि उनके विज्ञापनों की वजह से आपको नुकसान हुआ है, तो आप CCPA या स्थानीय कंज्यूमर फोरम में शिकायत कर सकते हैं। साथ ही किसी भी एप या सर्विस का इस्तेमाल करने से पहले उनके ऑफर्स की शर्तें अच्छे से पढ़ लें। अगर आपको कहीं किसी तरह का भ्रामक विज्ञापन नजर आता है तो नीचे दी गई वेबसाइट पर ऑनलाइन शिकायत कर सकते हैं।
अगर आपके पास खुद की बाइक या स्कूटर है, तो आप भी कैब सर्विस प्लेटफॉर्म्स पर रजिस्टर करके कमाई शुरू कर सकते हैं। और अगर आप सवारी करते हैं, तो सस्ती और फास्ट बाइक टैक्सी सर्विस का ऑप्शन आपके लिए तैयार है।

रैपिडो का मालिक कौन है?

कंपनी की स्थापना 2015 में द केरियर नाम से आईआईटी के दो पूर्व छात्रों और पीईएस विश्वविद्यालय के एक पूर्व छात्र क्रमश: अरविंद सनका, पवन गुंटुपल्ली और एसआर ऋषिकेश ने की थी कंपनी की सितंबर 2018 की एक रिपोर्ट के अनुसार इसमें 15,000 से अधिक पंजीकृत ग्राहक हैं, जिनकी औसत सवारी 30,000 रुपये प्रतिदिन है।

रैपिडो ड्राइवर एक महीने में कितना कमाता है?

प्रश्न 1: रैपिडो 1 किमी के लिए कितना भुगतान करता है? उत्तर: भारत में रैपिडो के कैप्टन आमतौर पर लगभग ₹10 प्रति किलोमीटर कमाते हैं, जिसमें मूल किराया और प्रोत्साहन शामिल हैं। हालाँकि, वास्तविक कमाई शहर, सवारी की माँग और काम के घंटों जैसे कारकों के आधार पर भिन्न हो सकती है।

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