सेंसेक्स 400 अंक टूटा, फार्मा शेयरों में तेज गिरावट
नई दिल्ली: आज यानी 26 सितंबर को भारतीय शेयर बाजार(Share Bazar) में भारी गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स लगभग 400 अंक गिरकर 80,760 के स्तर पर कारोबार कर रहा है, जबकि निफ्टी(Nifty) में 110 अंक की गिरावट आई है और यह 24,770 के स्तर पर आ गया है। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 22 में गिरावट दर्ज की गई, जो बाजार(Share Bazar) में मंदी के व्यापक रुझान को दर्शाता है। इस गिरावट का मुख्य कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा ब्रांडेड या पेटेंटेड दवाओं(Patented Medicines) पर 100% टैरिफ लगाने की घोषणा है, जिसका सीधा असर भारतीय फार्मा कंपनियों पर पड़ा है। यह टैरिफ 1 अक्टूबर 2025 से लागू होने वाला है, जिससे फार्मा सेक्टर में 2% तक की सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली है।
ट्रम्प टैरिफ का फार्मा शेयरों पर कहर और वैश्विक बाजारों का हाल
ट्रम्प के टैरिफ के ऐलान के बाद फार्मा शेयरों में भारी बिकवाली हुई है। सन फार्मा, सिप्ला, ऑरोबिंदो फार्मा, ल्यूपिन, जायडस लाइफसाइंसेज और डॉ रेड्डी जैसी प्रमुख फार्मा कंपनियों के शेयरों में 4% तक की तेज गिरावट दर्ज की गई है। भारतीय फार्मा कंपनियां अमेरिकी बाजार में ब्रांडेड और पेटेंटेड दवाएं निर्यात करती हैं, और 100% टैरिफ लागू होने से इन कंपनियों की लाभप्रदता पर गंभीर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की आशंका है। इसके अलावा, वैश्विक बाजारों में भी गिरावट का माहौल है; जापान का निक्केई 0.41% और हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग इंडेक्स 0.61% गिर गया है। 25 सितंबर को अमेरिका का डाउ जोन्स भी 0.38% नीचे बंद हुआ था, जिससे वैश्विक मंदी का असर भारतीय बाजार पर भी स्पष्ट दिख रहा है।
FIIs की लगातार बिकवाली और DIIs का बाजार को सहारा
गिरावट के इस माहौल में विदेशी निवेशकों (FIIs) ने अपनी बिकवाली जारी रखी है। 25 सितंबर को FIIs ने कैश सेगमेंट में ₹5,097.51 करोड़ के शेयर बेचे। इस महीने (सितंबर) में अब तक FIIs ने कुल ₹24,454.10 करोड़ के शेयर्स(Share Bazar) बेच दिए हैं, जो बाजार पर दबाव बढ़ा रहा है। हालांकि, घरेलू निवेशकों (DIIs) ने इस बिकवाली को थामने की कोशिश की है और 25 सितंबर को ₹5,105.60 करोड़ की नेट खरीदारी की। इस महीने DIIs ने अब तक ₹49,892.88 करोड़ की नेट खरीदारी करके बाजार को कुछ सहारा दिया है, लेकिन अमेरिकी टैरिफ की खबर और वैश्विक मंदी के चलते बाजार(Share Bazar) में गिरावट हावी रही।
आज (26 सितंबर) भारतीय शेयर बाजार में इतनी बड़ी गिरावट का मुख्य कारण क्या है और किस सेक्टर पर इसका सबसे अधिक प्रभाव पड़ा है?
शेयर बाजार(Share Bazar) में गिरावट का मुख्य कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा ब्रांडेड या पेटेंटेड दवाओं पर 100% टैरिफ लगाने का ऐलान है, जो 1 अक्टूबर 2025 से लागू होगा। इस खबर से फार्मा सेक्टर पर सबसे अधिक नकारात्मक प्रभाव पड़ा है, जिसमें लगभग 2% की गिरावट दर्ज की गई है।
विदेशी निवेशकों (FIIs) और घरेलू निवेशकों (DIIs) का 25 सितंबर को भारतीय शेयर बाजार में निवेश का रुझान कैसा रहा?
विदेशी निवेशकों (FIIs) ने 25 सितंबर को कैश सेगमेंट में ₹5,097.51 करोड़ के शेयर्स की नेट बिकवाली की। इसके विपरीत, घरेलू निवेशकों (DIIs) ने बाजार को सहारा देते हुए ₹5,105.60 करोड़ की नेट खरीदारी की।
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