मुंबई: टाटा ग्रुप की वित्तीय सेवा कंपनी, टाटा कैपिटल(Tata Capital), अपना बहुप्रतीक्षित IPO (इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग) लाने की तैयारी में है। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह IPO सितंबर के अंत तक लॉन्च हो सकता है, जिसके जरिए कंपनी ₹17,200 करोड़ जुटाने का लक्ष्य रखती है।
अगर ऐसा होता है, तो यह 2025 का सबसे बड़ा IPO बन सकता है। इस इश्यू से कंपनी की वैल्यूएशन ₹1.59 लाख करोड़ तक पहुंच सकती है। कंपनी ने इसके लिए 4 अगस्त को SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) के पास अपडेटेड ड्राफ्ट पेपर्स फाइल किए हैं।
IPO का विवरण और शेयरों की बिक्री
इस IPO में कुल 47.58 करोड़ शेयर बेचे जाएंगे, जिसमें 21 करोड़ नए शेयर और 26.58 करोड़ शेयरों का ऑफर-फॉर-सेल (OFS) शामिल है। ओएफएस में, टाटा संस अपनी 23 करोड़ शेयरों की हिस्सेदारी बेचेगी, जबकि इंटरनेशनल फाइनेंस कॉर्पोरेशन 3.58 करोड़ शेयर बेचेगा।
टाटा संस के पास टाटा कैपिटल(Tata Capital) की करीब 93% हिस्सेदारी है। कंपनी ने इस IPO के लिए 10 निवेश बैंकों को सलाहकार के रूप में नियुक्त किया है, जिनमें कोटक महिंद्रा कैपिटल, सिटी, जेपी मॉर्गन और आईसीआईसीआई(ICICI) सिक्योरिटीज जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
RBI का नियम और कंपनी का वर्गीकरण
टाटा कैपिटल(Tata Capital) को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा ‘अपर लेयर’ NBFC (नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी) का दर्जा प्राप्त है। RBI के नियमों के अनुसार, अपर लेयर NBFCs को यह दर्जा मिलने के 3 साल के भीतर शेयर बाजारों में सूचीबद्ध होना अनिवार्य होता है।
टाटा कैपिटल ने सितंबर 2022 में यह दर्जा प्राप्त किया था, जिसका अर्थ है कि उसके पास खुद को सितंबर 2025 तक सूचीबद्ध कराने का समय है। इस अनिवार्यता ने कंपनी को IPO लाने के लिए प्रेरित किया है।
शानदार वित्तीय प्रदर्शन और बिजनेस पोर्टफोलियो
IPO लाने से पहले टाटा कैपिटल(Tata Capital) ने अपने वित्तीय प्रदर्शन में शानदार वृद्धि दर्ज की है। मार्च 2025 तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 31% बढ़कर ₹1,000 करोड़ हो गया। इसी अवधि में परिचालन से होने वाला राजस्व 50% बढ़कर ₹7,478 करोड़ हो गया। वित्त वर्ष 2024-25 में कुल शुद्ध लाभ ₹3,655 करोड़ रहा।
कंपनी का AUM (एसेट अंडर मैनेजमेंट) मार्च 2024 तक ₹1.58 लाख करोड़ था। टाटा कैपिटल पर्सनल लोन, होम लोन, कार लोन, और बिजनेस लोन जैसी वित्तीय सेवाएं प्रदान करती है। टाटा टेक्नोलॉजीज की लिस्टिंग के बाद, यह टाटा ग्रुप की किसी कंपनी का पहला IPO होगा।
टाटा कैपिटल आईपीओ के जरिए कितने रुपए जुटाने का लक्ष्य बना रही है?
अपने आईपीओ के जरिए टाटा कैपिटल लगभग ₹17,200 करोड़ जुटाने का लक्ष्य बना रही है।
आरबीआई के किस नियम से टाटा कैपिटल को शेयर बाजार में सूचीबद्ध होना पड़ रहा है?
नियम के अनुसार, ‘अपर लेयर’ एनबीएफसी (नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी) का दर्जा प्राप्त करने वाली कंपनी को 3 साल के भीतर शेयर बाजार में सूचीबद्ध होना अनिवार्य है, यही कारण है कि टाटा कैपिटल को लिस्ट होना पड़ रहा है।
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