Breaking News: Tata Steel: टाटा स्टील के शेयरों में तूफ़ानी तेज़ी

By Dhanarekha | Updated: October 8, 2025 • 4:11 PM

$172 के पार पहुंचा भाव, डॉलर की कमजोरी बनी वजह

नई दिल्ली: टाटा समूह की प्रमुख कंपनी टाटा स्टील(Tata Steel) के शेयरों ने साल 2025 में अब तक 25% से अधिक की जबरदस्त तेजी दर्ज की है। बुधवार (दोपहर 3 बजे) को यह शेयर ₹172.10 पर कारोबार कर रहा था। इस उछाल का मुख्य कारण वैश्विक धातुओं के बाजार में आया उछाल है। जानकारों के अनुसार, अमेरिका(America) के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरें घटाने की उम्मीद ने डॉलर को कमजोर किया है, जिससे जोखिम लेने का हौसला बढ़ा है और निवेशक महंगाई से बचाव के तरीके ढूंढते हुए स्टील, कॉपर, जिंक और एल्यूमीनियम(Aluminum) जैसी कमोडिटीज की ओर रुख कर रहे हैं

तेजी के मैक्रो (Macro) कारण और यूरोपीय टैरिफ का असर

टाटा स्टील(Tata Steel) में आई इस तेजी के पीछे दो बड़े व्यापक आर्थिक (मैक्रो) कारण हैं: पहला, कमजोर डॉलर और वैश्विक स्तर पर कमोडिटी की कीमतों में उछाल। दूसरा, यूरोपीय संघ (ईयू) द्वारा चीनी स्टील पर टैरिफ (शुल्क) दोगुना करने और आयात कोटे को लगभग आधा करने की तैयारी। यूरोपीय संघ के इस कदम से यूरोपीय स्टील निर्माताओं को बेहतर दाम मिलने की उम्मीद है, जिसका सीधा फायदा टाटा स्टील जैसी प्रमुख कंपनियों को होगा। बोनैन्जा के एनालिस्ट कुणाल कामले ने भी संकेत दिया है कि शेयर अपने बड़े एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (EMA) से ऊपर चल रहा है, जो इसकी तेजी को मजबूत करता है।

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स्टॉक के लिए तकनीकी संकेत और नियामक चिंता

तकनीकी रूप से, टाटा स्टील(Tata Steel) का शेयर पिछले कुछ समय से ₹166 से ₹175 के बीच एक सीमित दायरे में कारोबार कर रहा है, जो खरीदारों और विक्रेताओं के बीच ‘जोर-आजमाइश’ को दिखाता है। जानकारों का मानना है कि यदि शेयर इस ऊपरी दायरे (₹175) को पार करता है, तो और तेजी देखने को मिल सकती है। हालांकि, निवेशकों के लिए एक नियामक चिंता भी बनी हुई है: कंपनी को 3 अक्टूबर को ओडिशा के माइंस विभाग से सुकिंदा क्रोमाइट ब्लॉक से क्रोमियम अयस्क की कथित कमी के लिए ₹2,410.9 करोड़ का डिमांड नोटिस मिला है।

टाटा स्टील के शेयरों में 2025 में आई तेज़ी के दो मुख्य वैश्विक कारण क्या हैं?

स्टील के शेयरों में तेज़ी के दो मुख्य वैश्विक कारण हैं:
डॉलर का कमजोर होना: अमेरिका के फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरें घटाने की उम्मीदों से डॉलर कमजोर हुआ, जिससे कमोडिटीज़ की कीमतें बढ़ीं और निवेशकों ने स्टील जैसे सुरक्षित एसेट्स में निवेश करना शुरू किया।
यूरोपीय टैरिफ की उम्मीद: यूरोपीय संघ द्वारा चीनी स्टील पर टैरिफ दोगुना करने की योजना से यूरोप में स्टील निर्माताओं (जिसमें टाटा स्टील भी शामिल है) के लिए बेहतर मूल्य मिलने की संभावना बढ़ गई है।

टाटा स्टील के सामने वर्तमान में कौन सी बड़ी नियामक चिंता है?

टाटा स्टील वर्तमान में एक नियामक चिंता का सामना कर रही है, जिसके तहत कंपनी को 3 अक्टूबर को ओडिशा के जाजपुर स्थित डिप्टी डायरेक्टर ऑफ माइंस के कार्यालय से ₹2,410.9 करोड़ का डिमांड नोटिस मिला है। यह नोटिस सुकिंदा क्रोमाइट ब्लॉक से क्रोमियम अयस्क की कथित कमी के लिए जारी किया गया है।

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