डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि भारत अब रूस (Russia) से तेल नहीं खरीदेगा, और उन्होंने इसे एक अच्छा कदम बताया। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वे नहीं जानते कि यह जानकारी सही है या गलत।
यह बयान 1 अगस्त 2025 को दिया गया, जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत पर रूस से तेल खरीदने के लिए अतिरिक्त जुर्माना लगेगा या क्या वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मुद्दे पर बात करेंगे। ट्रंप ने जवाब में कहा, “मैंने सुना है कि भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा। मुझे नहीं पता कि यह सही है या गलत। यह एक अच्छा कदम है। देखते हैं क्या होता है।“
इसके साथ ही, ट्रंप ने भारत पर 25% टैरिफ और रूस से व्यापार (तेल और सैन्य उपकरण) के लिए अतिरिक्त जुर्माना लगाने की घोषणा की थी, जो पहले 1 अगस्त से लागू होने वाला था, लेकिन बाद में इसे 7 अगस्त तक बढ़ा दिया गया। ट्रंप का कहना था कि भारत रूस से सस्ते तेल और सैन्य उपकरण खरीदता है, जो रूस-यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में ठीक नहीं है, क्योंकि यह रूस की युद्ध मशीन को आर्थिक रूप से समर्थन देता है।
हालांकि, भारतीय तेल कंपनियों ने ट्रंप के इस दावे का खंडन किया है कि भारत ने रूस से तेल खरीदना पूरी तरह बंद कर दिया है। सरकारी रिफाइनरियों ने अस्थायी रूप से रूसी तेल की खरीद रोकी है, लेकिन निजी कंपनियां जैसे रिलायंस इंडस्ट्रीज और नयारा एनर्जी अभी भी रूस से तेल खरीद रही हैं।
सारांश: ट्रंप ने भारत के रूस से तेल न खरीदने की खबर को अच्छा कदम बताया, लेकिन इसकी सत्यता पर संदेह जताया। उन्होंने भारत पर 25% टैरिफ और जुर्माना लगाने की बात कही, जो अब 7 अगस्त से लागू होगा। यह कदम भारत-रूस तेल और रक्षा व्यापार पर उनकी नाराजगी को दर्शाता है