हैदराबाद : चंदानगर थाने की पुलिस (Chandanagar Polic) ने एक बच्चों का अपहरण गिरोह (Child kidnapping Gang) का खुलासा किया है। इस गिरोह की मास्टर माइंट एक महिला डाक्टर निकली। यह गिरोह हैदराबाद, साइबराबाद और संगारेड्डी जिलों में पिछले पाँच वर्षों से बाल अपहरण की वारदातों को अंजाम दे रहा था।
जाँच के दौरान गिरफ्तार मुख्य आरोपी ने किया कई खुलासा
एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई है कि उसका चार वर्षीय बेटा अखिल 26 अगस्त, 2025 को लिंगमपल्ली स्थित पोचम्मा मंदिर के पास स्थित अपनी झोपड़ी से लापता हो गया था, जब वह अस्पताल गई थी। स्थानीय स्तर पर खोजबीन के बावजूद, बच्चे का पता नहीं चल सका। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया और जाँच के लिए विशेष दल गठित किए गए। जाँच के दौरान, मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया, जो तीन अन्य लोगों के साथ अपहरण में शामिल पाया गया।
गिरोह रेलवे स्टेशन व सुनसान जगहों पर बच्चों को बनाता था निशाना
पुलिस ने बताया कि आरोपी रेलवे स्टेशनों और उसके आसपास तथा सुनसान जगहों पर पाँच साल तक की उम्र के बच्चों की पहचान करता है। कुछ दिनों तक निगरानी रखने के बाद, वह लड़कों का अपहरण कर लेता है और उन्हें अपने साथियों मो. आसिफ और रिजवाना के माध्यम से उन माता-पिता को बेच देता है जिन्हें बच्चों की ज़रूरत होती है। गिरफ्तार आरोपियों में चिलुकुरी राजू, निवासी, पठानचेरुवु, संगारेड्डी , मोहम्मद आसिफ निवासी पठानचेरुवु, संगारेड्डी, रिजवाना, (बीएएमएस), निवासी, सिद्दीपेट, मेदक, नरसिम्हा रेड्डी, निवासी मूसापेट, हैदराबाद, बालाराजू, निवासी पठानचेरुवु, संगारेड्डी शामिल है।
चोरी के बच्चों को नि:संतान दंपत्तियों को बेच देते थे आरोपी
चंदानगर पुलिस के अनुसार मुख्य आरोपी चिलुकुरी राजू, जेपी कॉलोनी, पठानचेरुवु का निवासी है और एक आयुर्वेदिक स्टोर चलाता है। चार साल पहले, उसने काचीगुडा रेलवे स्टेशन से एक बच्ची का अपहरण किया और उसे 42 रुपए में बेच दिया। तब से, वह अपने साथियों के साथ इसी तरह के अपराध करता रहा। मोहम्मद आसिफ, पठानचेरुवु निवासी, सब्ज़ी विक्रेता राजू के साथ मिलकर शिशुओं को रिज़वाना के माध्यम से निःसंतान माता-पिता तक पहुँचाता था।
डाक्टर रिजवाना सिद्दीपेट निवासी है और एक नर्सिंग क्लिनिक चलाती हैं। आसिफ से शिशुओं की व्यवस्था करने का अनुरोध किया था। चौथा आरोपी नरसिम्हा रेड्डी राजू का मित्र, जिसने 26 अगस्त को लिंगमपल्ली से अखिल का अपहरण करने में सहायता की।
बरामद 6 में 2 बच्चों के माता-पिता की पहचान नहीं : पुलिस
पुलिस उपायुक्त, माधापुर ज़ोन, साइबराबाद ने बताया कि शिशुओं की पहचान और सुरक्षा की प्रक्रिया में, आरोपी राजू काचीगुडा, लिंगमपल्ली के इलाकों में घूमा और मोहम्मद आसिफ और श्रीमती रिजवाना के साथ मिलकर बच्चों का अपहरण किया और उन्हें ज़रूरतमंद माता-पिता को पैसे लेकर बेच दिया। इस प्रक्रिया में यह भी पता चला कि पठानचेरुवु के एक अभिभावक ने मोहम्मद आसिफ के माध्यम से भुगतान लेकर अपने तीन दिन और एक दिन के दो शिशुओं को ज़रूरतमंद माता-पिता को बेच दिया था।
बचाए गए छह बच्चों को सुरक्षित अभिरक्षा और आगे की प्रक्रिया के लिए जिला बाल संरक्षण अधिकारी को सौंप दिया जा रहा है। बरामद अपहृत बच्चों में अखिल, 5 वर्ष , अरुण, 2 वर्ष, अम्मुलु, 8 महीने और लास्या, 5 वर्ष(दोमों के माता-पिता की पहचान अभी नहीं हुई है), आदिविक, 2 वर्ष, प्रिया, 1 वर्ष(दोनों के माता -पिता की पहचान हो गई है। आरोपियों की निशानदेही पर 5 लाख रुपए नकद बरामद हुआ है।
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