Gopal: क्या लड्डू गोपाल को यात्रा पर ले जा सकते हैं? जानिए शास्त्रों की राय

By digital@vaartha.com | Updated: April 25, 2025 • 12:41 PM

भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप लड्डू गोपाल की आराधना में भाव का सबसे ज़्यादा श्रेष्ठता होता है। यदि आपके अंदर सच्चा प्रेम, वात्सल्य और सेवा की भावना है, तो भगवान स्वयं उसे अंगीकार करते हैं।

प्रयाण में लड्डू गोपाल को साथ ले जाना

यदि आप लड्डू गोपाल को अपने बालक के रूप में मानते हैं, तो उन्हें प्रयाण में साथ ले जाना भावपूर्ण रूप से मुनासिब और मंगल माना जाता है।

किन हालात में साथ ले जाना उचित नहीं?

शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि कब लड्डू गोपाल को निलय पर ही छोड़ना चाहिए:

बौद्धिक पूजा का महत्व

ऐसे काल में आप गोपाल जी को निलय में मौजूद कर मानसिक रूप से उनकी सेवा कर सकते हैं।

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