चीन हाल ही में एक हाइड्रोजन-आधारित बम का परीक्षण किया है जो पारंपरिक TNT विस्फोट की तुलना में 15 गुना अधिक समय तक (दो सेकंड से ज्यादा) सफेद-गर्म आग का गोला उत्पन्न करता है, और यह बिना किसी परमाणु सामग्री के काम करता है। यह जानकारी South China Morning Post की एक रिपोर्ट के अनुसार एक वैज्ञानिक शोध पत्र में सामने आई है।
यह बम कैसे काम करता है?
इस विस्फोटक में मैग्नीशियम हाइड्राइड नामक पदार्थ का उपयोग किया गया है, जो एक चांदी जैसे रंग का पाउडर है और हाइड्रोजन गैस को सुरक्षित रूप में जमा करके रखता है। जब इसे गर्म किया जाता है, तो यह हाइड्रोजन गैस छोड़ता है, जो हवा में मिलते ही जलने लगता है। इससे एक लंबी और तेज़ गर्मी पैदा होती है।
वैज्ञानिकों के अनुसार, हाइड्रोजन गैस बहुत कम ऊर्जा से जल सकती है, बहुत तेजी से फैलती है और व्यापक क्षेत्र में एक समान तरीके से तबाही मचा सकती है।
विस्फोट के बारे में जानकारी:
- वज़न: 2 किलोग्राम
- तापमान: 1,000 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा
- बल: TNT की तुलना में केवल 40% ब्लास्ट फोर्स (428.43 किलोपास्कल दो मीटर दूरी पर)
- गर्मी की शक्ति: इतनी ज्यादा कि एल्युमिनियम जैसी धातुओं को पिघला सकती है
उपयोग की संभावनाएँ:
- बड़े क्षेत्रों में तेज़ गर्मी फैलाने के लिए
- उच्च-मूल्य वाले लक्ष्यों पर ऊर्जा केंद्रित करने के लिए
- हथियारों के अलावा, यह तकनीक पनडुब्बियों और ड्रोन में फ्यूल सेल के लिए भी उपयोगी हो सकती है
उत्पादन और तकनीक:
पहले मैग्नीशियम हाइड्राइड बनाना महंगा और खतरनाक था, लेकिन अब चीन के शांक्सी प्रांत में एक नया प्लांट शुरू हुआ है जो सालाना 150 टन तक इसका उत्पादन कर सकता है, और वह भी एक सुरक्षित और सस्ती प्रक्रिया के ज़रिए।
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