Chinese Connection MakeMyTrip-EaseMyTrip विवाद ताजा क्या है पूरा मामला?
ऑनलाइन ट्रैवल इंडस्ट्री की दो बड़ी कंपनियों EaseMyTrip और MakeMyTrip के बीच छिड़ा ताजा विवाद अब एक राजनीतिक और राष्ट्रीय सुरक्षा के एंगल से भी देखा जा रहा है। EaseMyTrip के CEO निशांत पिट्टी ने Chinese Connection का आरोप लगाते हुए कुछ स्क्रीनशॉट्स सोशल मीडिया पर साझा किए हैं।
EaseMyTrip का बड़ा आरोप
EaseMyTrip के CEO निशांत पिट्टी ने दावा किया कि MakeMyTrip की पैरेंट कंपनी में चीन की कंपनियों का निवेश है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीयता को देखते हुए उपभोक्ताओं को भारतीय प्लेटफॉर्म को चुनना चाहिए।

निशांत पिट्टी के आरोप:
- MakeMyTrip में चीनी निवेश
- यूजर्स को भारत विरोधी कंपनी से दूर रहने की सलाह
- भारतीय ब्रांड को प्राथमिकता देने की अपील
MakeMyTrip की प्रतिक्रिया
MakeMyTrip की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सोशल मीडिया पर कंपनी समर्थकों ने इस आरोप को “व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा का हिस्सा” बताया है।
Chinese Connection कितना सही?
बिजनेस रिपोर्ट्स के मुताबिक, MakeMyTrip में Tencent और Ctrip जैसी चीनी कंपनियों का पहले निवेश रहा है। हालांकि, समय के साथ इन हिस्सेदारियों में बदलाव भी हुआ है। लेकिन Chinese Connection का मुद्दा अब उपभोक्ताओं की भावनाओं से जुड़ चुका है।
EaseMyTrip का प्रचार या राष्ट्रीयता की चिंता?
यह पहली बार नहीं है जब EaseMyTrip ने प्रतिस्पर्धा में राष्ट्रभक्ति का कार्ड खेला हो। इससे पहले भी कंपनी ने चीनी सामानों के बहिष्कार की अपील की थी। इस बार फिर उन्होंने Chinese Connection के जरिए MakeMyTrip पर निशाना साधा है।




ग्राहकों की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर इस मुद्दे पर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है:
- कुछ यूजर्स EaseMyTrip की राष्ट्रभक्ति की सोच की सराहना कर रहे हैं
- कुछ लोगों ने इसे एक मार्केटिंग स्ट्रेटेजी बताया है
- कई यूजर्स दोनों कंपनियों को छोड़कर अन्य विकल्प देखने की बात कर रहे हैं
चीनी कनेक्शन को लेकर शुरू हुआ यह विवाद अब केवल दो कंपनियों के बीच की प्रतिस्पर्धा नहीं रह गया है, बल्कि इसमें राष्ट्रवाद, पारदर्शिता और उपभोक्ता की समझदारी भी जुड़ गई है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मुद्दे का असर दोनों कंपनियों की साख और कारोबार पर कैसे पड़ता है।