71st National Awards: ‘जवान’, ‘एनिमल’ से लेकर ‘सैम बहादुर’ तक

By Surekha Bhosle | Updated: August 2, 2025 • 5:44 PM

71वें नेशनल अवॉर्ड में इन हिंदी फिल्मों का जलवा

71st National Awards: भारतीय सिनेमा (Indian Cinema) के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों (Film Awards) की घोषणा हो गई। इस साल कई हिंदी फिल्मों और कलाकारों को नेशनल अवॉर्ड दिया गया। आइए जानते हैं किन-किन हिंदी फिल्मों और सितारों का इस बार के नेशनल अवॉर्ड में जलवा देखने को मिला है। 

‘जवान’

71st National Awards: कई दशक से करोड़ों दिलों पर राज करने वाले शाहरुख खान को आखिरकार उनके करियर का पहला नेशनल अवॉर्ड मिल गया है। ये पुरस्कार उन्हें फिल्म ‘जवान’ के लिए दिया गया, जिसमें उन्होंने डबल रोल निभाकर दर्शकों को हैरान कर दिया था। डायरेक्टर एटली की इस फिल्म में शाहरुख एक आर्मी अफसर और उसके बेटे के किरदार में दिखे। फिल्म में देशभक्ति, सामाजिक मुद्दों और एक्शन का बेहतरीन मेल देखने को मिला, जो शाहरुख के करियर की सबसे बड़ी हिट्स में से एक बनी।

‘12वीं फेल’

एक और अभिनेता जो सुर्खियों में रहे वो हैं विक्रांत मैसी, जिन्हें ‘12वीं फेल’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। इस फिल्म में उन्होंने एक संघर्ष करने वाले छात्र का किरदार निभाया जो यूपीएससी की परीक्षा में सफलता पाने के लिए तमाम सामाजिक और आर्थिक मुश्किलों से लड़ता है। फिल्म सच्ची घटनाओं पर आधारित है और दर्शकों को खूब प्रेरणा देती है।

‘कटहल’

एक सामाजिक व्यंग्य पर आधारित फिल्म ‘कटहल’ को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का नेशनल अवॉर्ड मिला है। इसमें सान्या मल्होत्रा, विजय राज और अनंत जोशी मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म की कहानी एक छोटे शहर की है जहां दो कटहल चोरी हो जाते हैं और एक महिला पुलिस अधिकारी को ये केस सुलझाने की जिम्मेदारी दी जाती है। 

‘मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे’

रानी मुखर्जी ने ‘मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे’ में एक भारतीय मां की भूमिका निभाकर सबका दिल जीत लिया। ये फिल्म एक सच्ची घटना पर आधारित है जिसमें एक मां अपने बच्चों को वापस लाने के लिए नॉर्वे की सामाजिक व्यवस्था से लड़ाई लड़ती है। रानी के बेहतरीन अभिनय ने इस फिल्म को भावनात्मक रूप से बेहद प्रभावशाली बना दिया और उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार दिलाया।

‘द केरला स्टोरी’

विवादों में रही ‘द केरला स्टोरी’ को इस बार सर्वश्रेष्ठ सिनेमेटोग्राफी का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। फिल्म की सिनेमैटिक प्रस्तुति और कहानी ने दर्शकों और समीक्षकों दोनों को प्रभावित किया। यह फिल्म उन लड़कियों की कहानी पर आधारित है जिनका धोखे से धर्म परिवर्तन किया जाता था।

‘सिर्फ एक बंदा काफी है’ 

मनोज बाजपेयी की कोर्ट रूम ड्रामा ‘सिर्फ एक बंदा काफी है’ को सर्वश्रेष्ठ डायलॉग का राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया। इस फिल्म में वकील के रूप में मनोज बाजपेयी ने दमदार अभिनय किया और दीपक किंगरानी द्वारा लिखे गए डायलॉग्स ने फिल्म को खास बना दिया।
‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’
रणवीर सिंह और आलिया भट्ट स्टारर ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ को बेस्ट पॉपुलर फिल्म प्रोवाइडिंग होलसम इंटरटेनमेंट कैटेगरी में नेशनल अवॉर्ड मिला। इसके अलावा ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ के गाने ‘ढिंढोरा बाजे रे’ के लिए बेस्ट कोरियोग्राफी का नेशनल अवॉर्ड भी मिला है।

‘सैम बहादुर’

विक्की कौशल की फिल्म ‘सैम बहादुर’ भी 3 नेशनल अवॉर्ड जीतने में सफल रही। बेस्ट मेकअप आर्टिस्ट का अवॉर्ड श्रीकांत देसाई को फिल्म ‘सैम बहादुर’ के लिए दिया गया। बेस्ट कॉस्ट्यूम डिजाइनर का सम्मान सचिन लावेलकर, दिव्या गंभीर, निधी गंभीर को फिल्म सैम बहादुर के लिए दिया गया। इसके अलावा फिल्म ‘बेस्ट फीचर फिल्म प्रमोटिंग नेशनल, सोशल एंड एनवायरनमेंटल वैल्यूज’ का नेशनल अवॉर्ड भी जीत गई।
‘एनिमल’
रणबीर कपूर की फिल्म ‘एनिमल’ को बेस्ट साउंड डिजाइन के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला इसे सचिन सुधाकरण और हरिहरन मुरलीधरन ने डिजाइन किया था।

भारत की राष्ट्रीय फिल्म कौन सी है?

हम आज पुरस्कृत फिल्मों में देख सकते हैं। ” सिनेमा के जनक दादा साहब फाल्के ने पहली स्वदेशी फिल्म राजा हरिश्चंद्र बनाई। फिल्म निर्माण के प्रति उनके जुनून एवं अटूट समर्पण ने भावी पीढ़ियों के लिए मार्ग प्रशस्त किया अनगिनत कहानीकारों को सीमाओं से परे जाने और भारतीय सिनेमा को ऊपर उठाने के लिए प्रेरित किया ।

राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार कितने हैं?

70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह 8 अक्टूबर, 2024 को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित किया गया, जहां पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने पुरस्कार प्रदान किए।

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