MP: खंडवा में जल गंगा संवर्धन अभियान का समापन समारोह

By Surekha Bhosle | Updated: June 30, 2025 • 12:11 PM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल माध्यम से करेंगे संबोधन

खंडवा, मध्य प्रदेश (MP) जल संरक्षण और नदी पुनर्जीवन के क्षेत्र में देशभर में पहचान बना चुके जल गंगा (Ganga) संवर्धन अभियान का समापन अब भव्य आयोजन के साथ खंडवा में किया जाएगा। इस ऐतिहासिक अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल माध्यम से जनता को संबोधित करेंगे।

मध्य प्रदेश MP में 30 मार्च से 30 जून तक चलने वाले जल गंगा संवर्धन अभियान में जल स्रोंतों के संरक्षण के लिए कई नवाचार किए गए. अभियान के दौरान मनरेगा योजना के तहत खेत तालाब, अमृत सरोवर और कूप रिचार्ज पिट बनाने वाले जिलों में खंडवा, बालाघाट, रायसेन, उज्जैन, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, राजगढ़, अशोकनगर, बैतूल और मंडला शामिल हैं।

मध्य प्रदेश MP के खंडवा में आज पानी की हर बूंद को सहेजने के उद्देश्य से चलाए जा रहे जल गंगा संवर्धन अभियान का समापन और वॉटरशेड सम्मेलन किया जा रहा है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 1518 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और भूमि-पूजन करेंगे. कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वर्चुअल शामिल होंगे और संबोधित भी करेंगे।

अभियान में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत 578.08 करोड़ की लागत से 57 हजार 207 के जल संरक्षण के कार्य, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना वॉटरशेड विकास के तहत 63.46 करोड़ रुपये की लागत से 888 जल संरक्षण के कार्य, वॉटरशेड परियोजनाओं के कार्यों के प्रबंधन और अनुश्रवण के लिए वॉटरशेड वर्क मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर का लोकार्पण किया जाएगा।

समारोह में और क्या क्या होगा?

90 दिनों तक अभियान

आपको बता दें कि 90 दिनों तक जल गंगा संवर्धन अभियान की शुरुआत मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन से की थी. अब 90 दिन तक चलने वाले इस अभियान का प्रदेश में असर भी दिखाई देने लगा है. प्रदेश में वर्षा जल के संचयन के लिए 90 दिन में 84 हजार 930 खेत-तालाब बनाए गए हैं. प्रदेश में तीन माह तक चलने वाले जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत 20 हजार 955 पुराने कार्य पूरे किए गए।

प्रदेश में 77 हजार 940 खेत तालाब बनाए जाने का लक्ष्य रखा गया. इसमें लक्ष्य से करीब 7 हजार अधिक खेत तालाब बनाए जा रहे हैं. इसमें से कई खेत-तालाबों का निर्माण कार्य भी पूरा हो गया है. इसी तरह से प्रदेश के सभी जिलों में 1 हजार 283 अमृत सरोवर भी बनाए जा रहे हैं, जिनका निर्माण कार्य भी जारी है।

अभियान का दिखने लगा असर

अभियान से सिंचाई और पीने के पानी के लिए बनाए गए अधिकांश कुओं का जलस्तर बढ़ाने, कुओं को जीवन देने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा 1 लाख 3 हजार से अधिक रिचार्ज पिट बनाए जाने का लक्ष्य रखा गया था. वर्तमान में निर्धारित लक्ष्य से अधिक 1, 04, 294 कुओं में रिचार्ज पिट बनाए जा रहे हैं. प्रदेश में पहली बार जल गंगा संवर्धन अभियान में तकनीक के साथ बनाए गए खेत तालाब, कूप रिचार्ज पिट और अमृत सरोवर का सुखद परिणाम भी दिखने लगा है।

मानसून की पहली ही बारिश में खेत तालाबों में पानी भरना शुरू हो गया है. इसके साथ ही कुएं भी रिचार्ज होने लगे हैं. प्रदेश में पहली बार ऐसा हुआ है कि तीन माह में इतनी बड़ी संख्या में खेत तालाब, अमृत सरोवर और कूप रिचार्ज पिट का निर्माण कराया गया है।

प्रदेश में खेत तालाब, अमृत सरोवर और रिचार्ज पिट बनाने में मनरेगा परिषद द्वारा सिपरी और प्लानर सॉफ्टवेयर का उपयोग किया गया है. प्लानर सॉफ्टवेयर के माध्यम से कार्ययोजना तैयार की गई, इसके बाद सिपरी सॉफ्टवेयर की मदद से जगह का चिन्हांकन गया. पानी का बहाव किस तरफ है, इसका वैज्ञानिक पद्धति से पता लगाया गया. इसके बाद निर्माण कार्य शुरू किया गया।

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