Ramban में बादल फटने से हाहाकार, 3 की मौत; पंजाब के 250 गांवों में बाढ़, 8 लोगों की जान गई

By Vinay | Updated: August 30, 2025 • 11:13 AM

जम्मू-कश्मीर के रामबन (Ramban) जिले और पंजाब (Punjab) के कई हिस्सों में भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने भारी तबाही मचाई है। रामबन में बादल फटने से तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि पंजाब में सतलुज, ब्यास और रावी नदियों के उफान पर आने से 250 से अधिक गांवों में बाढ़ ने 8 लोगों की जान ले ली। दोनों राज्यों में प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा है, लेकिन मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है

रामबन में बादल फटने की घटना

30 अगस्त 2025 को तड़के रामबन जिले के राजगढ़ तहसील के द्रबला नटना गांव में बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई। इस घटना में तीन लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो महिलाएं शामिल हैं, और पांच अन्य लोग लापता बताए जा रहे हैं। स्थानीय प्रशासन के अनुसार, भारी बारिश के कारण कई मकान और एक स्कूल भवन क्षतिग्रस्त हो गए। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-44) पर भूस्खलन और मलबे के कारण यातायात पूरी तरह ठप हो गया, जिससे सैकड़ों यात्री फंस गए। उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा ने बताया कि राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं, और एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमें लापता लोगों की तलाश में जुटी हैं। मौसम विभाग ने रामबन, पुंछ, किश्तवाड़, और उधमपुर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

पंजाब में बाढ़ का कहर

पंजाब में लगातार बारिश और हिमाचल प्रदेश व जम्मू-कश्मीर के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी वर्षा के कारण सतलुज, ब्यास और रावी नदियां उफान पर हैं। इससे पठानकोट, गुरदासपुर, कपूरथला, फिरोजपुर, होशियारपुर, तरनतारन, और अमृतसर जैसे जिलों में 250 से अधिक गांव प्रभावित हुए हैं। 28 अगस्त 2025 तक, बाढ़ के कारण कम से कम 8 लोगों की मौत हो चुकी है, और हजारों एकड़ फसलें बर्बाद हो गई हैं।

सेना, एनडीआरएफ, और बीएसएफ की टीमें बचाव कार्य में लगी हैं। सेना के हेलीकॉप्टर ने मधोपुर हेडवर्क्स के पास फंसे 25 लोगों को सुरक्षित निकाला। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 27 से 30 अगस्त तक सभी स्कूल बंद करने का आदेश दिया है Middle East & North AfricaSystem: दिया है। राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए प्रशासन ने कई राहत शिविर स्थापित किए हैं, जहां 2,500 से अधिक लोगों को स्थानांतरित किया गया है।

रामबन में भूस्खलन और मलबे ने कई गांवों को काट दिया है, जिससे राहत कार्यों में बाधा आ रही है। पंजाब में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बिजली और संचार सेवाएं बाधित हैं, और कई गांवों में पानी का स्तर सात फीट तक पहुंच गया है। दोनों राज्यों में प्रशासन ने लोगों से नदियों और नालों से दूर रहने की अपील की है। पंजाब में बाढ़ को 1988 की भयावह बाढ़ से जोड़ा जा रहा है, जब सैकड़ों लोगों की जान गई थी।

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