CM: मुख्यमंत्री ने बारिश प्रभावित इलाकों में एहतियाती कदम उठाने के आदेश दिए

By Ajay Kumar Shukla | Updated: August 16, 2025 • 11:09 PM

हैदराबाद: भारी बारिश के पूर्वानुमान को देखते हुए, मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी (A. Revanth Reddy) ने राज्य में पूरे प्रशासन को अलर्ट पर रखा है। आईएमडी (IMD) ने निज़ामाबाद, संगारेड्डी, मेडक, विकाराबाद (Vikarabad) जयशंकर भूपालपल्ली, मुलुगु, भद्राद्री कोठागुडेम और खम्मम जिलों में मध्यम से भारी बारिश होने का अनुमान लगाया है।

15 जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई

मौसम विभाग के अनुसार, 15 जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई, जबकि शेष जिलों में सामान्य बारिश हुई। जगतियाल जिले में, जहाँ मानसून के मौसम में कम बारिश दर्ज की गई थी, कल रात से भारी बारिश हो रही है। मुख्यमंत्री ने शनिवार सुबह भारी बारिश से प्रभावित जिलों में बाढ़ की स्थिति और राहत कार्यों की जानकारी ली।

निचले इलाकों से परिवारों को राहत शिविरों में स्थानांतरित करने के निर्देश

अधिकारियों को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को पहले से तैनात करने और बाढ़ प्रभावित बस्तियों में राहत कार्यों के लिए जिला कलेक्टरों के साथ समन्वय करने का आदेश दिया गया। रेवंत रेड्डी ने नहरों, नालों और तालाबों के उफान पर आने के बढ़ते खतरे को देखते हुए अधिकारियों को निचले इलाकों से परिवारों को राहत शिविरों में स्थानांतरित करने के निर्देश दिए। सिंचाई विभाग को जलाशयों, नहरों और बाढ़ में बह रहे जलस्रोतों में जल स्तर की निगरानी करने का काम सौंपा गया है। सिंचाई अधिकारियों को बाढ़ के पानी के छोड़े जाने के बारे में कलेक्टरों और क्षेत्रीय कर्मचारियों को नियमित रूप से सूचित करना होगा

जल स्तर अधिक वाले जगहों पर बैरिकेड लगाकर वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित करें : सीएम

एहतियाती उपायों के तहत, भारी जल प्रवाह से लबालब जलाशयों और तालाबों के किनारे बाढ़ से हुए नुकसान को रोकने के लिए रेत की बोरियाँ तैयार रखी जाएँगी। पुलिस और राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे सड़कों, निचले पुलों और पुलों पर, जहाँ जल स्तर अधिक हो, बैरिकेड लगाकर वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित करें।

भारी वर्षा का कारण क्या है?

भारत में जून से सितंबर तक दक्षिण-पश्चिम मानसून सक्रिय रहता है।

बारिश की संभावना 80% का क्या मतलब है?

उस क्षेत्र में जहां पूर्वानुमान दिया गया है, वहां 80% संभावना है कि किसी समय बारिश होगी।

भारी बारिश का आधार क्या है?

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, 24 घंटे में हुई वर्षा की मात्रा के आधार पर बारिश को वर्गीकृत किया जाता है।

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