CM: सीएम युवा योजना बनी आत्मनिर्भरता की सीढ़ी

By Ajay Kumar Shukla | Updated: July 30, 2025 • 5:07 PM

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शुरू की गई ‘सीएम युवा योजना’ आज उत्तर प्रदेश (UP) के युवाओं (Youth) के सपनों को पंख दे रही है। सीएम युवा कॉन्क्लेव के दौरान योजना के पांच लाभार्थियों ने मंच से अपने अनुभव साझा किए और बताया कि कैसे यह योजना उनके लिए सिर्फ एक आर्थिक सहयोग नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता की राह का मार्गदर्शन बनी। इन पांचों युवाओं ने सिर्फ अपनी सफलता की कहानी साझा की

कानपुर की प्रभनूर कौर: बेंगलुरू से सीखी ट्रेनिंग, अब केक्स की क्वीन

कानपुर निवासी प्रभनूर कौर एक प्रोफेशनल बेकरी चलाती हैं, जिसमें लग्ज़री और कस्टमाइज केक बनाए जाते हैं। उन्होंने बताया कि बेंगलुरु से ट्रेनिंग लेने के बाद वे कुछ करना चाहती थीं, लेकिन संसाधनों की कमी आड़े आ रही थी। जब उन्हें जिला उद्योग कार्यालय से सीएम युवा योजना की जानकारी मिली, तो उन्होंने आवेदन किया और 4.25 लाख का लोन प्राप्त किया। इस सहायता से उन्होंने एक बेकरी स्टूडियो खोला और अब अपने साथ-साथ कई अन्य लोगों को भी रोज़गार दे रही हैं।

लखनऊ के विजय पांडे: लकड़ी के खिलौनों से 16 जिलों में कारोबार

विजय पांडे लकड़ी के खिलौने बनाते हैं और अब उत्तर प्रदेश के 16 ज़िलों में उनकी सप्लाई कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके पास हुनर तो था, लेकिन पूंजी नहीं। सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें सीएम युवा योजना के बारे में जानकारी मिली, जिसके बाद जिला उद्योग केंद्र से संपर्क कर उन्होंने आवेदन किया। 15 से 20 दिनों के भीतर लोन स्वीकृत हुआ और अब वे 15 से ज्यादा लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं

शशांक चौरसिया: फार्मा की नौकरी छोड़ शुरू किया क्रिएटिव स्टूडियो

लखनऊ के शशांक चौरसिया मूलतः फार्मासिस्ट हैं और बेंगलुरु में नौकरी करते थे, लेकिन उन्होंने खुद का कुछ शुरू करने का फैसला किया। सीएम युवा योजना के तहत उन्होंने एक स्टूडियो की शुरुआत की, जिसमें वेडिंग फोटोशूट और कॉमर्शियल शूट्स किए जाते हैं। आज वे खुद के लिए ही नहीं, अन्य युवाओं के लिए भी रोज़गार के अवसर बना रहे हैं। आज उनका टर्नओवर 4-5 लाख पहुंच गया है

तूबा सिद्दीकी: नेचुरल क्लीनर से देशभर में पहचान बनाई

लखनऊ की रहने वाली बायोटेक्नोलॉजिस्ट तूबा सिद्दीकी ने नेचुरल क्लीनर प्रोडक्ट के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है। शुरुआत में उन्होंने लोन लेने को लेकर संकोच किया, लेकिन जब सीएम युवा योजना के बारे में सुना तो उन्होंने प्रयास किया और सिर्फ 15 दिन में लोन स्वीकृत हो गया। अब वे 10 से अधिक लोगों को रोज़गार दे रही हैं और उनके उत्पाद दिल्ली-मुंबई जैसे महानगरों तक पहुंच रहे हैं। तूबा कहती हैं, “आज मैं गर्व से कह सकती हूं कि मैंने अपनी जगह खुद बनाई है, वो भी एक महिला उद्यमी के रूप में।”

सीतापुर के अमरदीप सिंह: फिजियोथेरेपिस्ट से बन गए सेंटर ओनर

सीतापुर के अमरदीप सिंह, जो कि एक फिजियोथेरेपिस्ट हैं, पारिवारिक जिम्मेदारियों और आर्थिक स्थिति के चलते बाहर नहीं जा सके। एक मित्र के माध्यम से उन्हें सीएम युवा योजना की जानकारी मिली। लोन मिलने के बाद उन्होंने अपना रिकवरी सेंटर शुरू किया और अब 4-5 लोगों को रोज़गार दे पा रहे हैं। वे कहते हैं, “सीएम युवा योजना ने न केवल मुझे व्यवसाय शुरू करने का हौसला दिया, बल्कि मेरी ज़िंदगी की दिशा ही बदल दी।”

योगी कितनी बार सांसद बने थे?

योगी आदित्यनाथ पांच बार सांसद (लोकसभा सदस्य) रह चुके हैं।

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