Pahalgam आतंकी हमले को लेकर कांग्रेस का कैंडल मार्च

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कांग्रेस ने सरकार से भी पूछे कई बड़े सवाल

नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले को लेकर देश में अब सियासत शुरू हो गई है। इसके साथ ही देश के अलग-अलग हिस्सों में कांग्रेस ने पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ कैंडल मार्च निकाला। दिल्ली के कैंडल मार्च में खुद राहुल गांधी शामिल हुए। वहीं कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार पर कई बड़े सवाल खड़े किए हैं और गृह मंत्री अमित शाह का इस्तीफा मांगा है। लोकसभा नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पहलगाम आतंकवादी हमले के खिलाफ कांग्रेस द्वारा आयोजित मोमबत्ती विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।

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कई सवाल खड़े करता है पहलगाम आतंकी हमला : कांग्रेस

कांग्रेस ने एक्स पर एक वीडियो साक्षा करते हुए लिखा कि पहलगाम आतंकी हमला कई सवाल खड़े करता है। इसके साथ ही कांग्रेस ने कुछ सवाल पूछे है। इसमें कहा गया है कि सुरक्षा में चूक कैसे हुई? इंटेलिजेंस फेल कैसे हुआ? आतंकी बॉर्डर के अंदर कैसे आए? 28 लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन? क्या गृह मंत्री अपने पद से इस्तीफा देंगे? क्या PM मोदी इस चूक की जिम्मेदारी लेंगे?

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कैसे हुई इतनी बड़ी चूक? : कांग्रेस

वहीं, एक अन्य पोस्ट में कांग्रेस ने पूछा है कि पीएम मोदी, कैसे हुई इतनी बड़ी चूक? कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि हमने इस भयानक आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। हम सरकार से कड़ी प्रतिक्रिया चाहते हैं, इस संबंध में कांग्रेस ने अपना पूरा समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि जम्मू-कश्मीर में तीन स्तरीय सुरक्षा नेटवर्क है, पहलगाम पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है, इसलिए न्याय और जवाबदेही की जरूरत है।

हम पाकिस्तान को सफल नहीं होने देंगे : कांग्रेस

गोगोई ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान आतंकवादी हमलों के जरिए जम्मू-कश्मीर को अस्थिर करना चाहता है और कहा कि इस देश के लोग उन्हें सफल नहीं होने देंगे। गोगोई ने एएनआई से कहा कि हम पाकिस्तान की मंशा को समझते हैं, जो जम्मू-कश्मीर, भारत को अस्थिर करना है। हम पाकिस्तान को सफल नहीं होने देंगे। जम्मू-कश्मीर एकजुट, शांतिपूर्ण और समृद्ध रहेगा और भारत एकजुट, शांतिपूर्ण और समृद्ध रहेगा।

आतंकवाद को पराजित करने के लिए सभी एकजुट हों

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के पीछे का मंसूबा देशवासियों को विभाजित करने और एक भाई को दूसरे भाई से लड़ाने का था, ऐसे में जरूरी है कि आतंकवाद को पराजित करने के लिए सभी एकजुट हों। कांग्रेस नेता ने हमले में घायल हुए कुछ लोगों का हाल जाना और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से मुलाकात कर आतंकी हमले के बारे में चर्चा की। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह एक भयावह त्रासदी है। मैं यहां के हालात जानने और मदद करने आया हूं। जम्मू-कश्मीर के सभी लोगों ने इस हमले की निंदा की है और वे राष्ट्र के साथ हैं।’’

मेरा प्यार और स्नेह उन सभी लोगों के साथ

उनका कहना था, ‘‘मैं घायल हुए लोगों में से एक से मिला हूं, अन्य से इसलिए नहीं मिल पाया क्योंकि वे यहां से जा चुके हैं। मेरा प्यार और स्नेह उन सभी लोगों के साथ है, जिन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को खो दिया है। मैं सभी को बताना चाहता हूं कि पूरा राष्ट्र उनके साथ खड़ा है।’’

राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को नई दिल्ली में हुई सर्वदलीय बैठक का हवाला देते हुए कहा, ‘‘कल हमने सरकार के साथ बैठक की और पूरे विपक्ष ने इस हमले की निंदा की। इसके साथ ही हमने सरकार द्वारा की जाने वाली किसी भी कार्रवाई को पूरा समर्थन दिया है।’’ उन्होंने इस बात पर जोर दिया, ‘‘जो कुछ हुआ है उसके पीछे समाज को विभाजित करने का मंसूबा है, भाई को भाई से लड़ाने की साजिश है। ऐसे में यह जरूरी है कि हर भारतीय एकजुट होकर आतंकवादियों की नापाक कोशिश को विफल करें।’’

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