Congress ने क्यों नहीं कराई जातिगत जनगणना? शिवराज सिंह चौहान का बड़ा हमला
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर एक बार फिर तीखा हमला बोला है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर Congress ने अब तक जातिगत जनगणना क्यों नहीं कराई। उनका कहना है कि कांग्रेस की नीयत पर सवाल उठाना जरूरी है क्योंकि समाज के हकदार वर्गों को उनके अधिकार दिलाने के लिए जातिगत जनगणना अहम है।
Congress के रुख पर शिवराज का सवाल
शिवराज सिंह चौहान ने कहा:
- Congress हमेशा वोटबैंक की राजनीति करती है।
- पार्टी को डर है कि जातिगत जनगणना से उनके नकली वादे उजागर हो जाएंगे।
- उन्होंने कहा कि बीजेपी हमेशा पारदर्शिता और न्याय की राजनीति करती है।
चौहान ने आरोप लगाया कि Congress ने समाज के पिछड़े वर्गों के हक को नजरअंदाज किया है। उनका कहना है कि जब तक सही डेटा नहीं होगा, तब तक आरक्षण और विकास योजनाएं सही तरीके से लागू नहीं हो सकतीं।

जातिगत जनगणना का क्या है महत्व?
Congress के विरोध के बावजूद कई विशेषज्ञ मानते हैं कि जातिगत जनगणना के फायदे हैं:
- समाज के OBC वर्ग को वास्तविक हिस्सेदारी मिल सकती है।
- योजनाओं का सही क्रियान्वयन हो सकता है।
- सामाजिक न्याय के लिए जरूरी कदम माना जाता है।
लेकिन कांग्रेस का कहना है कि इससे जातिवाद और सामाजिक तनाव को बढ़ावा मिल सकता है।
जातिगत जनगणना के फायदे और नुकसान
फायदे:
- समाज में आरक्षण की बेहतर नीति बनाई जा सकेगी।
- सरकार को सही आंकड़े मिलेंगे।
- कमजोर वर्गों तक योजनाओं की पहुँच मजबूत होगी।
नुकसान:
- समाज में वर्ग संघर्ष की आशंका।
- जातिगत पहचान को और मजबूत करने का डर।
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क्या Congress बदलेगी अपना रुख?
अब सवाल यह है कि क्या कांग्रेस आने वाले चुनावों में अपना रुख बदलेगी? क्या जातिगत जनगणना को लेकर विपक्ष एक नई रणनीति बनाएगा? शिवराज सिंह चौहान ने साफ किया कि बीजेपी समाज के हर वर्ग को उसका अधिकार दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।
- कांग्रेस की चुप्पी पर सवाल।
- क्या जातिगत जनगणना पर बनेगा राष्ट्रीय सहमति?
- क्या इससे वोटबैंक पॉलिटिक्स पर असर पड़ेगा?
कांग्रेस और जातिगत जनगणना पर विवाद तेज होता जा रहा है। शिवराज सिंह चौहान के बयान ने विपक्ष को कटघरे में खड़ा कर दिया है। अब देखना होगा कि कांग्रेस इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है और क्या जनता इस मुद्दे को लेकर नए फैसले की मांग करेगी।