बीआरएस नेताओं से कांग्रेस के दोहरे चरित्र को उजागर करने को केटीआर ने कहा
हैदराबाद। भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने कहा है कि कांग्रेस सरकार स्थानीय निकायों में 42 प्रतिशत आरक्षण के वादे पर राजनीतिक नाटक करके पिछड़े वर्गों (बीसी) के साथ सुनियोजित विश्वासघात कर रही है। पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव (KT Rama Rao) ने पार्टी नेताओं से आरक्षण और कल्याणकारी नीतियों के पीछे कांग्रेस के दोहरे चरित्र को उजागर करने का आह्वान किया। हैदराबाद में पूर्व मंत्री तलसानी श्रीनिवास यादव (former minister Talasani Srinivas Yadav) द्वारा आयोजित पिछड़ा वर्ग प्रतिनिधियों की एक बैठक में, रामा राव ने कहा कि कांग्रेस हर कदम पर पिछड़ा वर्ग को धोखा दे रही है। उन्होंने कहा कि त्रुटिपूर्ण जाति जनगणना से लेकर प्रस्तावित अध्यादेश तक, सरकार ने पूरी ईमानदारी से काम नहीं किया है।
खामियों से भरी हुई थी पूरी प्रक्रिया
उन्होंने कहा, ‘पूरी प्रक्रिया खामियों से भरी हुई थी, जिसका एकमात्र उद्देश्य बीसी को धोखा देना था।’ बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष ने कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि वह जानबूझकर ऐसे कानून ला रही है जो कानूनी जाँच में टिक नहीं सकते। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल अब अदालती हस्तक्षेप का दोष देकर जवाबदेही से बचने के लिए नए नाटक करने की तैयारी कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘दुर्भावनापूर्ण इरादा शुरू से ही स्पष्ट था, क्योंकि कांग्रेस ने अपनी जाति जनगणना में पिछड़ी आबादी के आंकड़ों को कम करके दिखाया और अपने पिछड़ी जाति घोषणापत्र के तहत एक भी वादा पूरा करने में विफल रही।’
राज्य के पिछड़े वर्ग समुदाय का बताया अपमान
रामा राव ने कांग्रेस द्वारा अपने जाति जनगणना सर्वेक्षण को राष्ट्रीय मॉडल के रूप में पेश करने पर भी आपत्ति जताई और इसे भ्रामक और राज्य के पिछड़े वर्ग समुदाय का अपमान बताया। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल ने न केवल तेलंगाना के लोगों को धोखा दिया है, बल्कि राष्ट्रीय मंचों पर झूठ भी फैला रहा है। उन्होंने पिछली बीआरएस सरकार द्वारा कमज़ोर वर्गों के लिए शुरू की गई कल्याणकारी योजनाओं को रोकने और कोई नई पहल शुरू करने, या कम से कम पिछड़ा वर्ग घोषणापत्र के तहत अपने चुनावी वादों को पूरा करने में विफल रहने के लिए सरकार की आलोचना की।

हैदराबाद तेलंगाना में किसकी सरकार है?
तेलंगाना राज्य में वर्तमान में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Congress) की सरकार है। दिसंबर 2023 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को बहुमत मिला था। श्री रेवंत रेड्डी राज्य के मुख्यमंत्री हैं। यह सरकार भारत राष्ट्र समिति (BRS) की सरकार को हराकर बनी है।
हैदराबाद में हिन्दू आबादी कितनी है?
2011 की जनगणना के अनुसार हैदराबाद में हिंदुओं की जनसंख्या लगभग 64.9% थी। मुस्लिम जनसंख्या लगभग 30.1% और अन्य धर्मों की संख्या बहुत कम है। हालांकि 2025 तक के आंकड़े नहीं आए हैं, लेकिन अनुमान है कि अनुपात में ज्यादा बदलाव नहीं हुआ।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री की जाति क्या है?
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी की जाति रडी (Reddy) है, जो राज्य में प्रभावशाली और राजनीतिक रूप से सक्रिय जातियों में से एक मानी जाती है। रेड्डी समुदाय आंध्र और तेलंगाना में परंपरागत रूप से किसान और ज़मींदार पृष्ठभूमि से जुड़ा रहा है।
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