कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने किरेन रीजीजू पर झूठी जानकारी देने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया.
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने मंगलवार (25 मार्च) को लोकसभा में संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया. टैगोर ने रीजीजू पर सदन को गुमराह करने और गलतबयानी का आरोप लगाया. उनका कहना था कि रीजीजू ने कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बयान को लेकर सदन में गलत जानकारी दी.
लोकसभा में कांग्रेस के सचेतक मणिकम टैगोर ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को नोटिस देते हुए कहा कि मंत्री किरेन रीजीजू ने कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बयान को लेकर सदन को गुमराह किया. शिवकुमार ने मंत्री के बयान को ‘गलत और अपमानजनक’ करार दिया था. टैगोर ने लोकसभा अध्यक्ष से ये आग्रह किया कि रीजीजू के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की कार्यवाही की जाए.
किरेन रीजीजू के बयानों पर बढ़ा विवाद
सोमवार (24 मार्च) को संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने लोकसभा में कहा था कि एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति ने कहा है कि मुसलमानों को आरक्षण दिया जाएगा और संविधान में बदलाव किया जाएगा जो कि भारतीय संविधान के खिलाफ है. उन्होंने कांग्रेस पार्टी से अपील की कि वह अपना पक्ष स्पष्ट करें और जिस व्यक्ति ने ये बयान दिया है उसे बर्खास्त करें. वहीं डीके शिवकुमार ने इस बयान को खारिज करते हुए कहा कि उनकी बात को गलत तरीके से पेश किया गया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी भी संविधान में बदलाव करने की बात नहीं की थी.
जयराम रमेश ने रीजीजू और नड्डा के खिलाफ की कार्रवाई की मांग
इसके अलावा राज्यसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक जयराम रमेश ने संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू और बीजेपी के सीनियर नेता जेपी नड्डा के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि इन नेताओं ने कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री के बयान को लेकर सदन को गुमराह किया है.