UP : अलीगढ़ में धर्मांतरण का नेटवर्क: 17 किशोरियों समेत 97 महिलाएं लापता

By Anuj Kumar | Updated: July 21, 2025 • 11:28 AM

आगरा। देश के कई हिस्सों से आए दिन धर्मांतरण के मामले सामने आ रहे हैं। यहां हाल ही में एक और अवैध धर्मांतरण गिरोह के खुलासे के बाद जिले में भी खुफिया एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। पूर्व में अवैध धर्मांतरण व विदेशी फंडिंग में दोषी पाए गए उमर गौतम ने अलीगढ़ (Aligarh) में भी अपना नेटवर्क फैला रखा था। गिरफ्तारी के बाद उसकी लिस्ट में 33 महिलाओं के नाम थे, जिन्होंने 2018 में धर्मांतरण किया था, जिनमें तीन महिलाएं अलीगढ़ की थीं। वह लोगों को नौकरी का लालच देता था। वहीं, जिले में जनवरी से अब तक 97 महिलाएं लापता हैं, जिनमें 17 किशोरियां हैं। धर्मांतरण के मुख्य आरोपी छांगुर पर कार्रवाई के बाद एजेंसियों ने तलाशा कि उसका जिले से तो कोई कनेक्शन नहीं है।

पुलिस की छह राज्यों में कार्रवाई के बाद जिले में भी पुलिस सक्रिय हो गई है

हालांकि ऐसा कोई कनेक्शन सामने नहीं आया। वहीं, अब आगरा पुलिस की छह राज्यों में कार्रवाई के बाद जिले में भी पुलिस सक्रिय हो गई है। चूंकि पूर्व में यहां भी धर्मांतरण के कई मामले सामने आ चुके हैं। साथ ही इस तरह के आरोपियों से अलीगढ़ के तार जुड़े रहे हैं। आंकड़ों के अनुसार जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से जनवरी से अब तक कुल 97 महिलाएं लापता हैं। इनमें अधिकतर को बहला-फुसलाकर ले जाने का आरोप है। इनके परिजन भी तलाश में चक्कर काट रहे हैं। ऐसे में पुलिस ने नए सिरे से तलाश शुरू कर दी है कि कहीं इनमें से कोई धर्मांतरण की बलि तो नहीं चढ़ गया। जब भी धर्मांतरण से जुड़ा कोई गिरोह पकड़ा गया, तब अलीगढ़ से उसका कनेक्शन जरूर सामने आया। ऐसे में अब आगरा की कार्रवाई के बाद स्थानीय एटीएस ने भी जानकारी जुटाना शुरू कर दिया है।

जिले में अभी तक किसी भी एजेंसी ने संपर्क नहीं किया है

हालांकि अभी तक किसी तरह की संदिग्ध बात सामने नहीं आई है। एसएसपी (SSP) संजीव सुमन ने बताया कि जिले में अभी तक किसी भी एजेंसी ने संपर्क नहीं किया है। न ही ऐसी कोई शिकायत आई है। ऐहतियातन एजेंसियां सतर्क दृष्टि बनाए हुए हैं। पूर्व में उमर गौतम का अलीगढ़ से नाम जुड़ा रहा था। वह गरीब बस्तियों में जाकर लोगों को जोड़ता था। इसके लिए पूरी टीम बना रखी थी। वहां धार्मिक पुस्तकों का वितरण करता था। जिन महिलाओं का धर्मांतरण कराया, उन्हें उमर ने शाइनिंग स्टार्स नाम दिया था। इसके अलावा उमर के भाषण का एक वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ था। बाद में उसे हटा दिया गया। उसमें वह इस्लाम के महत्व पर जोर देता दिख रहा था।

दो साल पहले गाजियाबाद में भी धर्मांतरण रैकेट पकड़ा गया था

वह श्याम प्रताप गौतम से मो. उमर बना था। इसके अलावा कलीम सिद्दीकी भी लखनऊ अवैध धर्मांतरण मामले में एनआईए एटीएस कोर्ट (NIA ATS Court) द्वारा दोषी करार दिया गया कलीम सिद्दीकी भी अपने परिचितों से मिलने के लिए अलीगढ़ आता था। एटीएस को उसके यहां आने की जानकारी मिली थी। दो साल पहले गाजियाबाद में भी धर्मांतरण रैकेट पकड़ा गया था। इसमें मुख्य आरोपी अब्दुल्ला के बारे में जानकारी मिली थी कि वह सौरभ से अब्दुल्ला बना था। उसने एएमयू से बीडीएस किया था। परिसर में रहते हुए सौरभ धर्मांतरण की प्रक्रिया से गुजरा था। इसके बाद गोपनीय रूप से पुलिस ने जानकारी भी जुटाई थी।


अलीगढ़ में मुसलमानों की जनसंख्या कितनी है?

2011 की जनगणना के अनुसार, अलीगढ़ जिले में मुसलमानों की जनसंख्या लगभग 19.85% है। इसका मतलब है कि जिले की कुल जनसंख्या में मुसलमानों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है

अलीगढ़ यूपी किस लिए प्रसिद्ध है?

अलीगढ़ का भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान है। यह शहर शिक्षा के क्षेत्र में अपने योगदान, खासकर प्रसिद्ध अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के लिए जाना जाता है। इसने ब्रिटिश शासन और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

Read more : Mumbai Train Blast :19 साल बाद 12 आरोपी बरी, नहीं मिले पुख्ता सबूत

# Breaking News in hindi # Gaziayabad news # Hindi news # Latest news # SSP news # Up news #Aligarh news #UP News