17 अगस्त 2025 को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने महाराष्ट्र के वर्तमान राज्यपाल चंद्रपुरम पोनुस्वामी राधाकृष्णन (CP Radhakrishnan) को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की ओर से भारत के उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार घोषित किया। यह घोषणा भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद की गई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल थे। उपराष्ट्रपति चुनाव 9 सितंबर 2025 को निर्धारित है, और राधाकृष्णन का नाम पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के 21 जुलाई 2025 को स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफे के बाद सामने आया।
सीपी राधाकृष्णन कौन हैं?
सीपी राधाकृष्णन एक अनुभवी राजनेता और तमिलनाडु में भाजपा के प्रमुख चेहरों में से एक हैं। उनका जन्म 20 अक्टूबर 1957 को तमिलनाडु के तिरुपुर में हुआ था। उन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक की डिग्री हासिल की है और अपने करियर की शुरुआत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवक के रूप में की थी। उनकी राजनीतिक यात्रा और योगदान उन्हें एक सम्मानित और जमीनी स्तर से जुड़ा नेता बनाते हैं।
राजनीतिक करियर – प्रारंभिक जीवन और आरएसएस:
राधाकृष्णन ने 16 साल की उम्र में 1973 में आरएसएस से जुड़कर अपनी सार्वजनिक जीवन की शुरुआत की। 1974 में वे तमिलनाडु में भारतीय जनसंघ के राज्य कार्यकारी समिति के सदस्य बने।
– लोकसभा सांसद: उन्होंने 1998 और 1999 में कोयंबटूर से लोकसभा चुनाव जीता। इस दौरान उन्होंने संसद की टेक्सटाइल समिति के अध्यक्ष और सार्वजनिक उपक्रमों व वित्त समितियों में सदस्य के रूप में काम किया।
– भाजपा में नेतृत्व: 2004 से 2007 तक वे तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे। इस दौरान उन्होंने 93 दिनों तक 19,000 किलोमीटर की रथ यात्रा की, जिसमें नदियों को जोड़ने, छुआछूत मिटाने, आतंकवाद और नशे के खिलाफ जागरूकता जैसे मुद्दे उठाए गए।
– अन्य भूमिकाएँ: – 2016 से 2020 तक वे अखिल भारतीय खादी बोर्ड के अध्यक्ष रहे, जहाँ उनके नेतृत्व में निर्यात में रिकॉर्ड वृद्धि (2,532 करोड़ रुपये) दर्ज की गई। – 2020 से 2022 तक वे केरल में भाजपा के प्रभारी रहे। – 2003 में उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 58वें सत्र में भारत का प्रतिनिधित्व किया और 2014 में ताइवान की पहली संसदीय यात्रा में शामिल हुए।
– राज्यपाल के पद: – फरवरी 2023 से जुलाई 2024 तक वे झारखंड के राज्यपाल रहे। – मार्च से जुलाई 2024 तक उन्होंने तेलंगाना के राज्यपाल और पुदुचेरी के लेफ्टिनेंट गवर्नर का अतिरिक्त प्रभार संभाला। – 31 जुलाई 2024 से वे महाराष्ट्र के 24वें राज्यपाल हैं।
अन्य उपलब्धियाँ – उद्योग और खेल:
राधाकृष्णन एक गारमेंट निर्यातक और उद्योगपति हैं, जिन्होंने तिरुपुर से निटवेयर निर्यात को बढ़ावा दिया। कॉलेज के दिनों में वे टेबल टेनिस चैंपियन और लंबी दूरी के धावक रहे। उन्हें क्रिकेट और वॉलीबॉल में भी रुचि है।
– सामाजिक योगदान: उन्होंने तमिलनाडु में जमीनी स्तर पर काम किया और सामाजिक मुद्दों जैसे छुआछूत और आतंकवाद के खिलाफ अभियान चलाए। उन्हें तमिलनाडु में “मोदी ऑफ तमिलनाडु” के रूप में भी जाना जाता है, जो उनकी लोकप्रियता और प्रभाव को दर्शाता है।
उपराष्ट्रपति उम्मीदवारी – घोषणा:
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राधाकृष्णन को एनडीए का उम्मीदवार घोषित करते हुए कहा कि उनकी उम्मीदवारी सर्वसम्मति से चुनी गई। पार्टी ने विपक्षी दलों से भी समर्थन माँगा है ताकि चुनाव निर्विरोध हो सके।
– चुनाव प्रक्रिया: नामांकन की अंतिम तिथि 21 अगस्त 2025 है, और नाम वापसी 25 अगस्त तक हो सकती है। मतदान और मतगणना 9 सितंबर को होगी।
– प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया: नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर राधाकृष्णन की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके चार दशकों के सार्वजनिक जीवन में समर्पण, विनम्रता और बुद्धिमत्ता झलकती है। उन्होंने तमिलनाडु में जमीनी स्तर पर व्यापक कार्य किया है।
महत्व
राधाकृष्णन को एनडीए का उम्मीदवार चुनना भाजपा की दक्षिण भारत, खासकर तमिलनाडु और केरल, में अपनी पैठ बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जहाँ अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। अगर वे चुने जाते हैं, तो वे उपराष्ट्रपति बनने वाले दक्षिण भारत के पहले ओबीसी नेता और तमिलनाडु से तीसरे उपराष्ट्रपति होंगे। उनकी स्वच्छ छवि, आरएसएस से गहरा जुड़ाव, और मोदी-शाह के विश्वासपात्र होने के कारण उनकी उम्मीदवारी को रणनीतिक और मजबूत माना जा रहा है।
सीपी राधाकृष्णन का लंबा राजनीतिक अनुभव, तमिलनाडु में जमीनी स्तर पर काम, और विभिन्न उच्च पदों पर उनकी उपलब्धियाँ उन्हें उपराष्ट्रपति पद के लिए एक मजबूत दावेदार बनाती हैं। उनकी उम्मीदवारी न केवल भाजपा की दक्षिण भारत में विस्तार की रणनीति को दर्शाती है, बल्कि उनकी विनम्रता और सामाजिक कार्यों को भी रेखांकित करती है.
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