जम्मू. पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का पहला जम्मू-कश्मीर दौरा है। जहां उन्होंने सेना के अधिकारियों व जवानों से मुलाकात कर ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए उनकी पीठ थपथपाई।
सेना के कमांडर सुरक्षा स्थिति के बारे में कराया अवगत
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज जम्मू-कश्मीर का दौरे पर हैं। रक्षा मंत्री श्रीनगर एयरबेस पहुंच चुके हैं। उनके साथ एलजी मनोज सिन्हा और आर्मी चीफ उपेंद्र द्विवेदी मौजूद हैं। उन्होंने सेना के अधिकारियों व जवानों से मुलाकात की। रक्षा मंत्री घाटी में सेना की कमान संभालने वाली चिनार कॉर्प्स के मुख्यालय पहुंचे हैं। सेना के कमांडर उन्हें मौजूदा सुरक्षा स्थिति के बारे में अवगत कराया।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद राजनाथ का पहला जम्मू-कश्मीर दौरा
पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह राजनाथ सिंह का पहला जम्मू-कश्मीर दौरा है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब के आदमपुर एयरबेस पहुंचकर वायुसेना के जवानों से मुलाकात की और उनका हौसला बढ़ाया था। सूत्रों के अनुसार, रक्षा मंत्री सेना अध्यक्ष उपेंद्र द्विवेदी के साथ पुंछ के सैन्य मुख्यालय भी पहुंचेंगे। जहां वे सेना के अधिकारियों व जवानों से मुलाकात कर ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए उनकी पीठ थपथपाएंगे। इसके बाद राजनाथ प्रशासनिक अधिकारियों और गणमान्य नागरिकों से मुलाकात करेंगे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पुंछ का दौरा कर सकते है
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पुंछ का दौरा कर सकते हैं। बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाए पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा के साथ ही रिहायशी इलाकों को निशाना बनाकर पांच दिनों तक भारी गोलाबारी की थी। इसमें पुंछ जिले में जानमाल का भारी नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता पुंछ का दौरा कर पाकिस्तान की गोलाबारी से प्रभावित लोगों से मिलकर नुकसान का जायजा ले रहे हैं। ऐसे में पुंछ के लोगों के बलिदान को नमन करने के लिए राजनाथ सिंह भी जिले का दौरा करेंगे।
पहलगाम आतंकी हमला, ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के 15 दिन बाद भारतीय सेना ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों को तबाह किया था। जिसमें कई कुख्यात आतंकी भी मारे गए थे। इसके बाद दोनों देशों के बीच हालात बिगड़े और दो दशक बाद चरम पर पहुंच गए। वहीं पाकिस्तान की तरफ से भारत के शहरों को निशाना बनाए जाने के बाद, भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने सभी को नाकाम करते हुए उसका माकूल जवाब दिया। भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के 14 सैन्य ठिकानों को ध्वस्त कर दिए। इससे घबराए पाकिस्तान ने 10 मई को भारत के सामने सीजफायर का प्रस्ताव रखा, जिसे दोनों देशों ने आपसी चर्चा के बाद लागू कर लिया। हालांकि, इसके कुछ घंटे बाद ही पाकिस्तान की तरफ से इसका उल्लंघन किया गया, जिसका भारतीय सेना ने करारा जवाब दिया ।
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