नई दिल्ली। लाल दरवाजा बोनालू (Lal Darwaza Bonalu) समारोह के दूसरे दिन राजधानी दिल्ली (Delhi) का दिल जीवंत रंगों, धड़कते ढोल और तेलंगाना की विरासत के दिव्य उत्साह से जगमगा उठा। पहले दिन तेलंगाना के राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा द्वारा भव्य उद्घाटन के बाद, उत्सव ने इंडिया गेट से तेलंगाना भवन तक एक मनमोहक जुलूस के साथ इंडिया गेट लॉन को जीवंत कर दिया।
आध्यात्मिक रूप से प्रेरित घाटम रैली का आयोजन
सिंहवाहिनी महाकाली मंदिर समिति ने तेलंगाना सरकार के सहयोग से आध्यात्मिक रूप से प्रेरित घाटम रैली का आयोजन किया, जिसमें भक्ति और सांस्कृतिक अभिव्यक्ति का मिश्रण था। तेलंगाना के रेजिडेंट कमिश्नर डॉ. शशांक गोयल मुख्य अतिथि थे। इस जुलूस में तेलंगाना संस्कृति विभाग के 150 से अधिक लोक कलाकारों ने पारंपरिक ढोल की थाप, पोथुराजू के गतिशील कदम, ओग्गुडोलु नृत्य रूप और पूर्ण कुंभम अनुष्ठान प्रस्तुत किए।

उत्सव ने दिल्ली के निवासियों को आकर्षित किया
इस जीवंत कार्यक्रम ने न केवल विभिन्न राज्यों से बड़ी संख्या में दिल्ली के निवासियों को आकर्षित किया, बल्कि उत्साही विदेशी दर्शकों को भी आकर्षित किया, जिनमें से कई ने समारोह को कैमरे में कैद किया और तेलंगाना के बोनालु उत्सव की कलात्मक भव्यता की प्रशंसा की।
कलाकारों ने संगीत और नृत्य के माध्यम से पूरे स्थान को उत्सवी ऊर्जा से भरा
रैली के बाद तेलंगाना भवन में घट स्थापना (पवित्र कलशों की स्थापना) की गई, जिसके बाद भक्ति और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ हुईं। पारंपरिक परिधानों में सजी महिलाओं ने श्रद्धा के साथ बोनम धारण किया, जबकि कलाकारों ने संगीत और नृत्य के माध्यम से पूरे स्थान को उत्सवी ऊर्जा से भर दिया, जिससे तेलंगाना भवन आनंद और भक्ति के केंद्र में बदल गया।
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