चार राशियों के लिए बनेगा शुभ समय
Budh Gochar 2025: 30 अगस्त 2025 की शाम 4 बजकर 48 मिनट पर बुद्धि, संचार और व्यापार के कारक ग्रह बुध, ग्रहों के राजा सूर्य की राशि सिंह में प्रवेश करेंगे। वैदिक ज्योतिष में बुध (Budh) को ग्रहों का राजकुमार माना जाता है, जो तर्क, चतुरता और बौद्धिक क्षमता के प्रतीक हैं। सिंह राशि के स्वामी सूर्य हैं, जो अग्नि तत्व की राशि है।
इस गोचर के दौरान सूर्य और केतु की उपस्थिति से त्रिग्रही योग और (Budhaditya Yoga) बुधादित्य योग बनेगा, जो कुछ राशियों के लिए विशेष रूप से शुभ साबित होगा। यह गोचर लेखन, संचार, व्यापार और सामाजिक प्रतिष्ठा से जुड़े क्षेत्रों में खूब सफलता दिलाएगा। आइए जानते हैं कि यह गोचर किन राशि वालों के लिए अच्छा रहने वाला है?
मिथुन राशि
Budh Gochar: मिथुन राशि के स्वामी स्वयं बुध हैं। इस राशि वालों के लिए यह गोचर बहुत अच्छा रहने वाला है। इस गोचर के दौरान बुध मिथुन राशि वालों के तीसरे भाव को प्रभावित करेंगे। यह भाव संचार, साहस और भाई-बहनों से संबंधित है। यह समय आपके लिए संचार से जुड़े कार्यों, जैसे लेखन, पत्रकारिता और मीडिया में अपार सफलता लेकर आएगा। आपका आत्मविश्वास और तार्किक दृष्टिकोण आपको कार्यक्षेत्र में विशेष पहचान दिलाएगा।
छोटी यात्राएं लाभकारी सिद्ध होंगी और भाई-बहनों से सहयोग आपके लिए सहायक रहेगा। व्यापारिक सौदों में लाभ की संभावना बढ़ेगी और नए प्रोजेक्ट्स शुरू करने के लिए यह समय आदर्श होगा। आपकी बौद्धिक क्षमता और साहसिक निर्णय आपको अपने लक्ष्यों के करीब ले जाएंगे, जिससे यह गोचर आपके लिए अत्यधिक फलदायी रहेगा।
सिंह राशि
Budh Gochar: सिंह राशि वालों के लिए यह गोचर प्रथम भाव को प्रभावित करेगा। यह भाव व्यक्तित्व, आत्मविश्वास और स्वाभिमान से जुड़ा है। यह समय आपके लिए असाधारण रूप से शुभ रहेगा, क्योंकि सूर्य और बुध की युति से बनने वाला बुधादित्य योग आपके व्यक्तित्व को चमकाएगा और सामाजिक प्रतिष्ठा को बढ़ाएगा।
इस दौरान आपकी नेतृत्व क्षमता और संचार शैली प्रभावशाली होगी, जिससे लोग आपके विचारों की ओर आकर्षित होंगे। नौकरीपेशा लोगों को प्रमोशन या नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं, जबकि व्यापारियों को नए प्रोजेक्ट्स और सौदों में सफलता मिलेगी। बेरोजगार व्यक्तियों के लिए रोजगार के द्वार खुलेंगे और रचनात्मक कार्यों में प्रगति होगी। यह गोचर आपके आत्मविश्वास को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा, जिससे आप हर क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ सकेंगे।
तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए बुध का यह गोचर 11वें भाव को प्रभावित करेगा। यह भाव लाभ, सामाजिक नेटवर्क और इच्छापूर्ति से संबंधित है। यह गोचर व्यापारियों और नौकरीपेशा लोगों के लिए असाधारण रूप से शुभ रहेगा। शेयर बाजार, निवेश और सट्टेबाजी में लाभ की संभावना बढ़ेगी और आय के नए स्रोत बनेंगे।
आपका सामाजिक दायरे का विस्तार होगा और प्रभावशाली लोगों से संपर्क स्थापित होंगे, जो भविष्य में आपके लिए लाभकारी सिद्ध होंगे। पुराने प्रोजेक्ट्स से भी लाभ मिल सकता है और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। यह समय आपके सामाजिक और व्यावसायिक रिश्तों को मजबूत करने के लिए अनुकूल रहेगा, जिससे आपकी प्रगति के नए द्वार खुलेंगे।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि वालों के लिए बुध का यह गोचर आपके 10वें भाव को प्रभावित करेगा। यह भाव करियर, सामाजिक प्रतिष्ठा और कार्यक्षेत्र से संबंधित है। यह समय नौकरीपेशा लोगों के लिए प्रमोशन, मान-सम्मान और प्रगति के अवसर लाएगा।
व्यापारियों को नए प्रोजेक्ट्स और साझेदारियों में सफलता मिलेगी और इस दौरान आपकी कार्यक्षमता की सराहना होगी। बेरोजगार व्यक्तियों के लिए नौकरी के नए अवसर खुलेंगे और आपकी नेतृत्व क्षमता आपको कार्यक्षेत्र में मजबूत स्थिति प्रदान करेगी। यह गोचर आपके करियर को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा और आपकी मेहनत और समर्पण को मान्यता मिलेगी।
बुध का गोचर कितने दिन का होता है?
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, बुध का गोचर एक राशि में औसतन 14 से 21 दिन तक रहता है, हालांकि यह अवधि कभी-कभी लंबी भी हो सकती है. ग्रह को राजकुमार का दर्जा दिया गया है और यह बुद्धि, व्यापार, वाणी और गणित का कारक है.
बुध ग्रह कब मजबूत होता है?
बुध ग्रह वाणी, व्यापार, कारोबार, ज्ञान, संचार, सामाजिकता के कारक हैं, जिन्हें कई तरीकों से प्रसन्न करके कुंडली में मजबूत किया जा सकता है. बुध ग्रह को प्रसन्न करने के लिए बुधवार का दिन सबसे खास होता है.
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