शनिवार का दिन भगवान शनि की आराधना और कृपा प्राप्त करने के लिए सबसे उत्तम माना जाता है। सूर्य पुत्र और न्याय के देवता शनि को प्रसन्न करने से जीवन के कई कष्ट दूर हो सकते हैं। आचार्य इंदु प्रकाश के मुताबिक यदि शनिवार के दिन कुछ विशेष उपाय किए जाएं, तो जीवन की बाधाएं समाप्त हो सकती हैं और कामयाबी सुनिश्चित होती है।
शनि देव की पूजा का महत्व
- राशि स्वामी: मकर और कुंभ
- दिशा: पश्चिम
- तत्व: वायु
- संबंध: आयु, बल, योग, मोक्ष, नौकरी, प्रसिद्धि आदि से
शनि देव का वाहन गिद्ध खींचा हुआ रथ है और ये त्रिशूल, धनुष-बाण धारण करते हैं। सूर्य के पुत्र होते हुए भी इनके संबंध सदा तनावपूर्ण माने जाते हैं।
शनिवार के प्रभावशाली उपाय
कोर्ट-कचहरी के मामलों से छुटकारा:
- शनिवार को थोड़ी उड़द की दाल पीपल के पेड़ के पास दबाएं।
- पेड़ के सामने हाथ जोड़कर प्रार्थना करें।
आर्थिक लाभ पाने का उपाय:
- एक रुपये का सिक्का लें, उस पर सरसों के तेल की बिंदी लगाएं।
- उसे शनि देवालय में रख दें।
जीवनसाथी के स्वास्थ्य के लिए:
- जौ का सत्तू लेकर, जीवनसाथी के हाथ लगवाएं।
- देवालय या धार्मिक स्थान पर दान करें।
दांपत्य जीवन की मजबूती:
- पति-पत्नी मिलकर किसी जल स्रोत के पास जाकर जल अर्पित करें।
- वरुण देव से रिश्तों में मिठास बनाए रखने की प्रार्थना करें।

नजर दोष हटाने का उपाय:
- मिट्टी का दिया लें, उसमें कपूर जलाकर पूरे घर में धूप दिखाएं।
- फिर उस दिये को निलय के बाहर रख दें।
परिवार में प्रेम बढ़ाने का उपाय:
- शनिवार को दही से बनी कोई चीज बनाकर भगवान को भोग लगाएं।
- फिर सब सदस्यों में बांट दें।
आजीविका में कामयाबी:
- नया मिट्टी का बर्तन लें, उसमें पानी भरें।
- देवालय या ब्राह्मण को दान करें।
लंबी आयु और शक्ति के लिए:
- शनिवार को “शनि स्तोत्र” का पाठ करें या उसका ऑडियो सुनें।
शत्रुओं से मुक्ति:
- मंत्र जपें:
“ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:” - पीपल की जड़ में जल अर्पण करें।
विशेष मंत्र कोर्ट केस और लीगल समस्याओं से मुक्ति के लिए
शनि स्तोत्र में यह मंत्र जपें:
“अधोदृष्टे: नमस्तेऽस्तु संवर्तक नमोऽस्तु ते।
नमो मन्दगते तुभ्यं निस्त्रिंशाय नमोऽस्तुते।।