हैदराबाद। पुलिस महानिदेशक डॉ. जितेन्द्र ने सहायक पुलिस अधीक्षकों (एएसपी) के लिए जनसंपर्क बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया है ताकि उनकी पेशेवर प्रभावशीलता में सुधार हो सके। डीजीपी ने राज्य डीजीपी कार्यालय में आयोजित एक बैठक में राज्य भर में वर्तमान में सेवारत एएसपी के प्रदर्शन की समीक्षा करते हुए ये टिप्पणियां कीं।
डीजीपी ने अधिकारियों के साथ मौजूदा स्थितियों के बारे में विस्तृत चर्चा की
सत्र के दौरान, डीजीपी ने अधिकारियों के साथ उनके संबंधित अधिकार क्षेत्र में मौजूदा स्थितियों के बारे में विस्तृत चर्चा की। इस बैठक में प्रशिक्षणरत एएसपी भी शामिल रहे। डीजीपी ने विभिन्न फील्ड असाइनमेंट में अपने स्वयं के अनुभवों से प्राप्त अंतर्दृष्टि को भी साझा किया, जिसमें कुशल और सम्मानित पुलिस अधिकारी के रूप में उभरने के लिए अन्य विभागों और वरिष्ठ अधिकारियों के अधिकारियों के साथ मजबूत और वैध संबंध बनाए रखने के महत्व पर प्रकाश डाला।
सूचनाओं को समझने के लिए प्रभावी सार्वजनिक जुड़ाव महत्वपूर्ण : डॉ. जितेन्द्र
डॉ. जितेन्द्र ने जोर देकर कहा कि जमीनी स्तर की वास्तविकताओं और अपराध से संबंधित सूचनाओं को समझने के लिए प्रभावी सार्वजनिक जुड़ाव महत्वपूर्ण है। डीजीपी ने अधिकारियों को स्थानीय रीति-रिवाजों और परंपराओं से परिचित होने और नई पहलों को लागू करते समय बुनियादी पुलिसिंग सिद्धांतों की अनदेखी न करने की सलाह दी।
एएसपी के साथ मासिक समीक्षा बैठकें आयोजित की जाएंगी : डीजीपी
डीजीपी ने घोषणा की कि आगे चलकर एएसपी के साथ मासिक समीक्षा बैठकें आयोजित की जाएंगी। उन्होंने हत्याओं और वित्तीय अपराधों से ग्रस्त क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ाने की भी सलाह दी और आगामी मिस वर्ल्ड प्रतियोगियों के कार्यक्रमों के लिए मजबूत सुरक्षा व्यवस्था का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी कैमरे लगाने से अपराध का पता लगाने और रोकथाम में काफी मदद मिलेगी।
बैठक में इन अधिकारियों ने लिया भाग
अतिरिक्त डीजीपी (कानून और व्यवस्था) महेश एम भागवत, आईजीपी श्री चंद्रशेखर रेड्डी और वी सत्यनारायण, एआईजी (कानून और व्यवस्था) रमण कुमार ने अपने क्षेत्र के अनुभव साझा किए। सहायक एसपी बी. चैतन्य, आर. राहुल रेड्डी, काजल, अविनाश कुमार, शिवम उपाध्याय, चेथम नितिन, शुभम, पी. मौनिका, शेषाद्रि रेड्डी, वसुंधरा यादव, मनम भट, ऋत्विक साई, साई किरण ने समीक्षा बैठक में भाग लिया