मंडी संसदीय क्षेत्र में आपदा:
केंद्रीय मंत्रियों का दौरा, सांसद कंगना रनौत (Kangana Ranaut) नदारदमंडी, कुल्लू, (Kullu) लाहुल-स्पीति, किन्नौर और चंबा जिले का भरमौर क्षेत्र पिछले ढाई महीनों से गंभीर प्राकृतिक आपदा की चपेट में है। सड़कें बंद, बिजली, पेयजल और दूरसंचार सेवाएं ठप, किसानों की फसलें और बागबानों के फल खेतों में सड़ रहे हैं। इस आपदा के बीच प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर केंद्रीय मंत्री मनाली, बंजार, सराज और भरमौर का दौरा कर रहे हैं। लेकिन, मंडी की सांसद कंगना रनौत कहीं नजर नहीं आ रही हैं।
कंगना की अनुपस्थिति पर सवाल
चुनाव के दौरान खुद को मंडी का “डाकिया” बताने वाली कंगना इस संकट की घड़ी में क्षेत्र की जनता से पूरी तरह किनारा किए हुए हैं। न तो संसद सत्र चल रहा है और न ही मंडी-कुल्लू के रास्ते बंद हैं, फिर भी कंगना ने प्रभावितों से दूरी बनाए रखी है। आपदा से प्रभावित मनाली, बंजार, नाचन, सराज, भरमौर, आनी, किन्नौर, द्रंग और जोगेंद्रनगर जैसे क्षेत्रों में लोग राहत और संवेदना की उम्मीद में हैं, लेकिन सांसद ने न तो दौरा किया और न ही संवेदना के दो शब्द बोले।
नुकसान का आलम
कीरतपुर-मनाली फोरलेन को करीब 400 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। राइट बैंक से मनाली का संपर्क पिछले 18 दिनों से कटा है। औट-सैंज-लुहरी-रामपुर मार्ग 11 दिनों से बंद है, जिससे छोटे वाहनों की आवाजाही भी मुश्किल है। कंगना ने इन समस्याओं पर चुप्पी साध रखी है और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर मार्ग बहाली की मांग करना भी जरूरी नहीं समझा।
केंद्रीय मंत्रियों का दौरा
महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर मनाली, पत्तन, पोत परिवहन राज्यमंत्री शांतनु ठाकुर बंजार, सड़क परिवहन राज्यमंत्री अजय टम्टा सराज, मंडी और कुल्लू, तथा जनजातीय मामलों के राज्यमंत्री दुर्गादास उइके भरमौर का दौरा कर रहे हैं। लेकिन कंगना ने इन मंत्रियों के दौरे से भी दूरी बनाए रखी है।
30 जून को सराज और नाचन में आपदा के बाद कंगना ने देर से दौरा किया था। तब उन्होंने कहा था कि उनके पास “न कैबिनेट रैंक है और न ही प्रभावितों को देने के लिए पैसा,” जिससे लोगों में नाराजगी फैली और भाजपा की किरकिरी हुई।
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