मध्य प्रदेश के भोपाल (Bhopal) के अयोध्या नगर में एक महिला ने आत्महत्या कर ली. उसने मरने से पहले सुसाइड नोट लिखा, जिसमें उसने बताया कि उसके ससुराल वाले पति की दूसरी शादी कराना चाहते हैं. ये मामला अयोध्या नगर बाईपास स्थित तिरुपति एमएल हाईलाइट सोसाइटी से सामने आया है, जहां रहने वाली 35 साल की किरण मीणा नाम की महिला ने बुधवार शाम फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।
आरोप है की शादी के 14 साल (14 years old) बाद तक संतान न होने की वजह से उसका पति और ससुराल वाले उसे प्रताड़ित कर रहे थे. कुछ दिन पहले उसे पति ने तलाक का नोटिस भेजा था. महिला ने ये कदम उठाने से पहले सुसाइड नोट भी लिखा, जिसमें उसने सास, पति, देवर, तीन ननद, पति की एक महिला मित्र और एक चचेरी बहन पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं. पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है।
मायके आकर रहने लगी थी किरण
किरण मीणा की शादी आयुर्वेदिक डॉक्टर संजीव देशवाली से हुई थी. शादी के 14 साल बाद तक दोनों की कोई संतान नहीं होने की वजह से उसे ससुराल वाले परेशान करते थे. किरण मीणा के परिवार का आरोप है कि संजय की दो महिलाओं से भी दोस्ती थी. संजय अप्रैल 2025 में बिना बताए घर से भाग गया था, जिसको लेकर थाने में शिकायत की थी. बार-बार लड़ाई-झगड़ों से परेशान होकर किरण अपने मायके आकर रहने लगी थी. कभी-कभी वह ससुराल चली जाती थी. बुधवार शाम को अपने पति से मिलने अयोध्या बायपास स्थित घर पहुंची थी. शाम 6:00 बजे किरण के भाई ने उसे फोन किया तो कोई जवाब नहीं मिला. परेशान होकर वह बहन की ससुराल पहुंचा तो बेडरूम में किरण फांसी के फंदे पर झूलती मिली।
‘पति का परिवार करता है टॉर्चर’
किरण के कमरे से बरामद हुए सुसाइड नोट में उसने लिखा, “मैं लिखना तो बहुत चाहती हूं, लेकिन पति और ससुराल वालों ने सिर्फ सुसाइड नोट लिखने लायक छोड़ा है. मेरी मौत के जिम्मेदार पति संजय देशवाली, उसका भाई दुर्गा प्रसाद, मां कल्लो बाई, बहनें मथुरा, लता, ममता, उसकी महिला मित्र और कजिन हैं. संतान नहीं होने को लेकर पति का परिवार टॉर्चर करता है. वह पति की दूसरी शादी कराने पर तुले हैं. ससुराल वाले पति से तलाक कराना चाहते हैं।“
‘मैं और बेज्जती बर्दाश्त नहीं कर सकती’
किरण ने आगे लिखा, “अब मैं और बेज्जती बर्दाश्त नहीं कर सकती हूं. इसलिए ये कदम उठाने जा रही हूं. मेरा सारा सामान और इस फ्लैट की चाबी मेरे मम्मी पापा को दे देना. मेरे मरने के बाद मेरी हर चीज पर मम्मी और पापा का हक होगा. लव यू मम्मी पापा, सब अपना ख्याल रखना. मैं एक बहुत बुरी बेटी हूं, सॉरी. मेरा अंतिम संस्कार सिर्फ अपनी बेटी के रूप में करना. मेरे ही पैसों का इस्तेमाल कर अंतिम संस्कार करना।“
भोपाल का असली नाम क्या है?
“नाम (भोपाल) Bhopal लोकप्रिय रूप से भोजपाल या भोज के बांध से लिया गया है, जो महान बांध अब भोपाल शहर की झीलें हैं, और कहा जाता है कि इसे धार के परमार शासक राजा भोज द्वारा बनाया गया था। अभी भी अधिक से अधिक काम जो पूर्व में ताल (झील) को आयोजित किया गया था, जिसका श्रेय खुद इस सम्राट को दिया जाता है।
भोपाल इतना प्रसिद्ध क्यों है?
भोपाल Bhopal भारत की हृदय नगरी मध्यप्रदेश की राजधानी है। भोपाल शहर का बड़ा तलाब और छोटा तलाब बहुत ही लोकप्रिय है। इसके साथ- साथ यहां कई तलाब और पर्यटक स्थल भी है। भोपाल शहर को झीलों की नगरी भी कहा जाता है।
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