सीजफायर: पुलवामा जैसे आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार तनावपूर्ण दशा बने हुए हैं। सीमा पर हर दिन गोलीबारी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। हिंदुस्तान ने जहां “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत आतंक के विरुद्ध सख्त कदम उठाए, वहीं पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा।
सीमा पर बढ़ रहा तनाव, भारत का जवाब करारा
पाकिस्तान की ओर से आए दिन हो रही घुसपैठ और गोलीबारी को लेकर हिंदुस्तान ने भी सख्त रुख अपनाया है। भारतीय सेना द्वारा की जा रही सर्जिकल और रेस्पॉन्सिव स्ट्राइक्स से पाकिस्तान में खलबली मच गई है। लगातार हो रही इन कार्रवाइयों के बीच सीमा पर संग्राम जैसे दशा बनते जा रहे हैं।
ट्रंप का हस्तक्षेप: शांति की ओर एक कदम
ऐसे माहौल में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने ट्वीट कर खबर दी कि भारत और पाकिस्तान दोनों देशों ने तत्काल प्रभाव से गोलीबारी रोकने (ceasefire) पर सहमति व्यक्त की है। ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका ने इस प्रक्रिया में मध्यस्थ की भूमिका निभाई है।

ट्रंप का ट्वीट क्या कहता है?
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ट्वीट में लिखा:
“हमने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने की दिशा में सकारात्मक बातचीत कराई है। दोनों देश तत्काल सीजफायर के लिए तैयार हुए हैं। हम इस फैसले का स्वागत करते हैं और दोनों देशों को बधाई देते हैं।”
इस ट्वीट के बाद वैश्विक स्तर पर भारत-पाक के रिश्तों को लेकर चर्चा फिर से तेज हो गई है।
क्या यह तनाव का अंत है?
हालांकि, यह सीजफायर एक सकारात्मक संकेत है, लेकिन भारत की ओर से यह स्पष्ट कर दिया गया है कि अगर पाकिस्तान ने फिर से कोई आतंकी हरकत की, तो उसका जवाब और भी सख्त होगा। सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि स्थायी शांति तभी संभव है जब पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ ईमानदारी से कदम उठाए।