टैरिफ पर ट्रंप एक बार फिर अपने बयानों को लेकर बहस में हैं। नेशनल रिपब्लिकन कांग्रेसनल कमेटी में वक्तृता देते हुए ट्रंप ने टैरिफ को लेकर मजाकिया लहजे में कहा कि दूसरे देश उनके साथ कारोबार समझौते के लिए कुछ भी करने को मुस्तैद रहते हैं।
उन्होंने कहा:
“ये देश हमें कॉल कर रहे हैं, ‘प्लीज सर, एक सौदा लीजिए। मैं इसके लिए कुछ भी करूंगा।'”
“कांग्रेस अमेरिका को बेचने जैसा नेगोशिएशन कर रही है।”
कांग्रेस पर भी बोला हमला
ट्रंप ने दावा किया कि वे कांग्रेस से बेहतर नेगोशिएटर हैं। उन्होंने कांग्रेस की समीक्षा करते हुए कहा कि यदि बातचीत कांग्रेस करती है, तो अमेरिका को हानि होगा और चीन को फायदा।

फार्मास्युटिकल आयातों पर भी लगेगा टैरिफ
ट्रंप ने घोषणा की कि अमेरिका अब फार्मा उत्पादों के आयात पर भी शुल्क लगाने जा रहा है।
उन्होंने कहा:
“हम फार्मा पर शुल्कइसलिए लगा रहे हैं क्योंकि हम खुद दवाएं नहीं बना रहे हैं।”
ट्रंप के अनुसार:
- अमेरिका में एक ही दवा की मूल्य $10 या उससे ज्यादा है
- ज्यादातर दवाएं चीन या अन्य देशों में बन रही हैं
- शुल्क लगाने से कंपनियों को अमेरिका लौटना पड़ेगा
टैरिफ पर ट्रंप : बड़ा बाजार, बड़ी मजबूती
टैरिफ पर ट्रंप कहा कि अमेरिका का सबसे बड़ा भलाई उसका प्रगतिशील बाज़ार है।
जब कंपनियों को पता चलेगा कि फार्मा पर भारी शुल्क लगने वाला है, तो वे चीन और अन्य देशों को छोड़कर अमेरिका में प्लांट लगाएंगी।